विज्ञापन
This Article is From Jul 18, 2011

'यूरेनियम न बेचने का मतलब भारत का विरोध नहीं'

ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि भारत को यूरेनियम की बिक्री न करने का उसका निर्णय भारत-विरोध निर्णय नहीं माना जाना चाहिए।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि भारत को यूरेनियम की बिक्री न करने का उसका निर्णय भारत-विरोध निर्णय नहीं माना जाना चाहिए और इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध नहीं गड़बड़ाने चाहिए। भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त पीटर वर्गीज ने सोमवार को ये विचार प्रकट किए। वर्गीज ने कहा, हमारी यूरेनियम व्यापार नीति भारत विरोधी नहीं है। बल्कि यह नीति परमाणु अप्रसार संधि के पक्ष में है। हम द्विपक्षीय संबंधों को सिर्फ एक मुद्दे से बांध कर नहीं चलना चाहते। मुझे नहीं लगता कि हम दोनों में से कोई भी सरकार ऐसा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारी नीति यही है औरन हम भारत से बातचीत जारी रखे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि हाल के समय में दो मुद्दों का दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ा है। इनमें एक मुद्दा यूरेनियम का और दूसरा आस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों पर हमलों का है। ऑस्ट्रेलिया में 2009 से विदेशी छात्रों पर हमले तेज हो गए थे। वर्गीज की भारत में नियुक्ति इसी दौरान हुई। वर्गीज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारतीय छात्रों पर हमलों की घटनाओं के बाद भारत के साथ संबंध मजबूत बनाने पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली बातों से जाहिर है कि दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों के विस्तार और छात्रों के मुद्दे पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया अगले साल भारत भर में अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इसका उद्येश्य भारतीयों के समक्ष ऑस्ट्रेलिया की विशेषताएं पेश करना और देश का प्रचार करना है। वर्गीज ने कहा कि हम सितंबर, 2012 से जनवरी, 2013 तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। हम भारत में ऑस्ट्रेलियाई नवप्रवर्तन और कला, संस्कृति, डिजाइन, का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस पहल को ऐसे पेश किया जाएगा ताकि भारतीय युवाक आकर्षित हों।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
यूरेनियम, ऑस्ट्रेलिया, भारत, Uranium, India, Australia
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com