संयुक्त राष्ट्र का ध्वज (AP फोटो)
संयुक्त राष्ट्र:
शांति रक्षा से जुड़े अभियानों में योगदान के चलते संयुक्त राष्ट्र पर भारत की 8.5 करोड़ डॉलर की राशि बकाया है। इन योगदानों में सैनिकों, पुलिस एवं उपकरणों के जरिये योगदान शामिल है। यह जानकारी एक वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारी ने दी है।
इस साल दो अक्टूबर तक के रिकॉर्ड के अनुसार, संगठन को 86 सदस्य देशों का कुल 1.03 अरब डॉलर का कर्ज उतारना है। ये वे देश हैं, जिन्होंने सैनिकों, पुलिस और उपकरणों के जरिये योगदान दिया। अवर महासचिव (प्रबंधन) युकियो तकासू ने महासभा में प्रशासनिक एवं बजट मामलों की पांचवी समिति को बताया कि इन सदस्य देशों में से पाकिस्तान का बकाया संयुक्त राष्ट्र पर सबसे ज्यादा है। यह राशि 9.7 करोड़ डॉलर की है। इसके बाद इथोपिया का 8.7 करोड़ डॉलर, भारत का 8.5 करोड़ डॉलर, बांग्लादेश का 8.4 करोड़ डॉलर, रवांडा का 5.5 करोड़ डॉलर और नेपाल का 4.4 करोड़ डॉलर का बकाया है।
भारत संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में सैनिक भेजने वाला सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। अब तक हुए कुल 69 अनिवार्य अभियानों में से 48 अभियानों में भारत के 1.85 लाख सैनिक भागीदारी कर चुके हैं।
इस साल दो अक्टूबर तक के रिकॉर्ड के अनुसार, संगठन को 86 सदस्य देशों का कुल 1.03 अरब डॉलर का कर्ज उतारना है। ये वे देश हैं, जिन्होंने सैनिकों, पुलिस और उपकरणों के जरिये योगदान दिया। अवर महासचिव (प्रबंधन) युकियो तकासू ने महासभा में प्रशासनिक एवं बजट मामलों की पांचवी समिति को बताया कि इन सदस्य देशों में से पाकिस्तान का बकाया संयुक्त राष्ट्र पर सबसे ज्यादा है। यह राशि 9.7 करोड़ डॉलर की है। इसके बाद इथोपिया का 8.7 करोड़ डॉलर, भारत का 8.5 करोड़ डॉलर, बांग्लादेश का 8.4 करोड़ डॉलर, रवांडा का 5.5 करोड़ डॉलर और नेपाल का 4.4 करोड़ डॉलर का बकाया है।
भारत संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में सैनिक भेजने वाला सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। अब तक हुए कुल 69 अनिवार्य अभियानों में से 48 अभियानों में भारत के 1.85 लाख सैनिक भागीदारी कर चुके हैं।
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