अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने रविवार को काबुल हमले (Kabul Attack) में मारे गए अमेरिकी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों की सिसकियां ही सन्नाटे को तोड़ रही थीं. बाइडेन ने खड़े होकर अपने हाथों को सीने पर रखा और उन्हें श्रद्धांजलि दी. शवों को सैन्य सी-17 विमान से नजदीक ही खड़े एक वाहन तक परंपरागत तरीके से ले जाया गया. यह आघात ऐसे वक्त पर मिला है जब बाइडेन को अफगानिस्तान से बाहर निकलने से निपटने के लिए तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल, दोनों काले मॉस्क पहने हुए थे. पहली बार कैमरों से दूर डेलावेयर में डोवर एयर फोर्स बेस के एक विशेष परिवार केंद्र में मृत सैनिकों के रिश्तेदारों से मिले.
डेलावेयर के डोवर एयर फोर्स बेस पर बाइडेन और उनकी पत्नी जिल के साथ विशेष प्रशिक्षित श्वेत दस्ताने वाला सैन्य दल भी था. धीरे-धीरे और एक समान कदम ताल करते हुए विशेष धातु वाले ताबूतों को विशेष वाहनों में रख दिया गया.
इसे लेकर बाइडेन ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा कि जिन 13 सदस्यों को हमने खो दिया है, वे नायक थे. जिन्होंने हमारे सर्वोच्च अमेरिकी आदर्शों की सेवा में और दूसरों का जीवन बचाने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया. इन वीरों के परिवारों के प्रति हमारा पवित्र दायित्व हमेशा बना रहेगा.
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ अन्य सैन्य अधिकारी और प्रमुख लोग बाइडेन के साथ शामिल होने वाले समूह का हिस्सा थे. सभी ने काले मॉस्क लगा रखे थे.
अमेरिका के 13 सैनिकों के अलावा काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए बम हमले में 100 से ज्यादा अफगान मारे गए थे. हमले का दोषी इस्लामिक स्टेट की एक क्षेत्रीय शाखा को ठहराया गया है. इसके बाद से ही अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर कम से कम दो हमले किए गए हैं.
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