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This Article is From Jan 16, 2011

ट्यूनिशिया में अंतरिम राष्ट्रपति के शपथग्रहण के बाद गोलीबारी

ट्यूनिश/पेरिस: उत्तर अफ्रीकी देश ट्यूनिशिया में फोएद म्बाजा के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करने के चंद घंटे बाद राजधानी ट्यूनिश में गोलीबारी हुई। ट्यूनिशियाई पत्रकारों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि सेना लम्बे अर्से तक देश के राष्ट्रपति रहे जैनुल आबेदीन बेन अली के राष्ट्रपति गार्ड की जगह ले रही है। बेन अली शुक्रवार को ट्यूनिशिया छोड़कर सऊदी अरब चले गए थे। ट्यूनिशिया में अली बेन के 23 साल के तानाशाही भरे शासन का जनता के विद्रोह की बदौलत अंत हो जाने के बाद ट्यूनिशियाई संसद के पूर्व स्पीकर म्बाजा ने शनिवार को अंतरिम राष्ट्रपति पद की शपथ ली। व्यावसायिक परिसरों में लूटपाट जारी है और जेल में आग लगने की एक घटना के बाद कैदी उत्तेजित हैं। शहर में आपात स्थिति लागू है और सेना के टैंक गश्त लगा रहे हैं। चिकित्सा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आजादी की मांग को लेकर हुई हड़ताल के दौरान तटवर्ती शहर मोनास्टिर की जेल में आग लग जाने से करीब 50 लोगों के मारे जाने की खबर है। म्हाबा ने अस्थायी तौर पर देश की बागडोर संभालने वाले प्रधानमंत्री मोहम्मद गनोची को आदेश दिया है कि वह अगले चुनाव संपन्न होने तक देश में सत्ताधारी पार्टी और विपक्षी दलों को सर्वसम्मति से सरकार बनाने की पेशकश दें। साथ ही देश में नए चुनाव 60 दिन के भीतर संविधान के मुताबिक अनिवार्य रूप से करवा लिए जाएं। विपक्षी दल व्यापक भूमिका निभाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि वर्तमान प्रशासन भ्रष्ट तथा पुलिस द्वारा कई प्रदर्शनकारियों को मौत के घाट उतार देने की वजह से दागी है। नए चुनावों में जल्दबाजी को लेकर बहुत से ट्यूनिशियावासी चिंतित हैं। उन्हें लगता है कि इतने कम समय में विपक्षी दल खुद को संगठित नहीं कर पाएंगे। इस बीच, ट्यूनिश हवाई अड्डे पर शाम छह बजे से तड़के छह बजे तक का कर्फ्यू लगाए जाने से सैकड़ों मुसाफिर फंसे हुए हैं। रेस्तरांओं में भोजन समाप्त हो गया है और लोगों को जमीन पर सोना पड़ रहा है। बहुत से ट्यूनिशियावासी अपने परिवारों की चिंता में दूसरे मुल्कों से स्वदेश लौट रहे हैं। सैकड़ों पर्यटक भी ट्यूनिशिया से चले गए हैं। जर्मनी के टूर ऑपरेटरों से ट्यूनिशिया की उड़ाने रद्द कर दी हैं। जर्मनी वापस लौटे पर्यटकों ने वहां बड़े पैमाने पर तबाही, लूटपाट, पेट्रोल पम्प और थाने नष्ट होने की जानकारी दी है। जर्मनी ने ट्यूनिशिया से लोकतंत्र बहाल करने को कहा है और चांसलर एंजेला मार्केल ने सहायता की पेशकश की है। जॉर्डन सरकार ने कहा है कि वह ट्यूनिशियाई जनता के फैसले का सम्मान करती है। जॉर्डन ने ट्यूनिशियाई जनता के प्रति एकजुटता व्यक्त की है।

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ट्यूनीशिया, गोलीबारी, अराजकता