विज्ञापन
This Article is From Aug 22, 2011

त्रिपोली के अधिकांश हिस्से पर विद्रोहियों का कब्जा

त्रिपोली/वाशिंगटन: लीबियाई शासक मुअम्मार गद्दाफी के अंतिम गढ़, राजधानी त्रिपोली के अधिकांश हिस्से पर विद्रोहियों ने सोमवार को कब्जा कर लिया और उनके दो बेटों को अपने कब्जे में ले लिया। शहर के निवासियों ने चार दशकों के गद्दाफी शासन से सम्भावित मुक्ति का जोरदार जश्न मनाया। समाचार पत्र 'न्यूयार्क टाइम्स' के अनुसार, शहर के मध्य स्थित ग्रीन स्क्वे यर पर कर्नल गद्दाफी के समर्थन में कई रैलियां निकाली गईं। लेकिन विजयोन्माद में निकले लीबियाई नागरिकों ने वहां धावा बोलकर उनके पोस्टर फाड़ डाले और उन्हें खदेड़ दिया। विद्रोही नेतृत्व ने घोषणा की है कि गद्दाफी की हिफाजत में लगे राष्ट्रपति के विशिष्ट सुरक्षा गार्डऔर शहर के कई हिस्सों पर नियंत्रण रखने वाले सैनिकों ने समर्पण कर दिया है। विद्रोहियों की राष्ट्रीय अस्थायी परिषद ने संदेश जारी कर कहा है, "हम मुअम्मार गद्दाफी के पतन के लिए लीबिया की जनता को बधाई देते हैं और लीबियावासियों का आह्वान करते हैं कि वे सड़कों पर उतर कर सार्वजनिक सम्पत्ति की हिफाजत करें। आजाद लीबिया जिंदाबाद।" दूसरी ओर गद्दाफी के वफादार अधिकारियों ने कहा है कि लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है और सोमवार सुबह से ही सरकारी बलों और विद्रोहियों के बीच घमासान जारी है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को वाशिंगटन में कहा कि गद्दाफी के शासन का अंत आ गया है और अब वह हमेशा के लिए सत्ता से हट जाएं। ओबामा ने व्हाइट हाउस से जारी एक बयान में कहा, "आज की रात गद्दाफी शासन के खिलाफ माहौल चरम पर पहुंच गया है। गद्दाफी शासन के समाप्त होने का संकेत मिल रहा है।" ओबामा ने कहा, "मुअम्मार गद्दाफी और उनकी सरकार को यह समझने की आवश्यकता है कि उनके शासन का अंत आ गया है। गद्दाफी को यह वास्तविकता स्वीकार करने की जरूरत है कि लीबिया पर नियंत्रण के उनके दिन लद चुके हैं।" ओबामा ने मुख्य विपक्षी दल, राष्ट्रीय अस्थायी परिषद से भी अनुरोध किया कि वह लीबिया की जनता के अधिकारों का सम्मान, नागरिकों और संस्थानों की हिफाजत और लोकतंत्र की स्थापना करते हुए सत्ता परिवर्तन के लिए देश को जगाए। ओबामा ने संकल्प लिया कि अमेरिका इस बात पर लगातार जोर देता रहेगा कि लीबियाई जनता के बुनियादी अधिकारों का आदर तथा लोकतंत्र की शांतिपूर्ण स्थापना हो। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि गद्दाफी का अंत करीब है। उन्होंने कहा कि गद्दाफी ने "लीबिया की जनता के खिलाफ गम्भीर अपराध किया है और उन्हें अब अपने लोगों को और पीड़ा पहुंचाने से बाज आते हुए हर हाल में गद्दी छोड़ देनी चाहिए।" विद्रोहियों के एक प्रवक्ता ने कहा कि गद्दाफी समर्थक बलों का अभी भी त्रिपोली के 15-20 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा बना हुआ है। विद्रोहियों ने यह भी कहा कि उन्होंने गद्दाफी के बेटे सैफ अल-इस्लाम और मुहम्मद को कब्जे में ले लिया गया है, लेकिन कर्नल गद्दाफी के ठिकाने के बारे में अभी कुछ भी पता नहीं चल पाया है। प्रवक्ता ने कहा कि सोमवार तड़के कर्नल गद्दाफी के बाब अल-अजीजिया परिसर से निकले टैंकों ने गोलाबारी शुरू कर दी। इलाके में गोलीबारी की लगातार आवाजें सुनाई दे रही हैं। पश्चिमी देशों के नेताओं ने विद्रोहियों की इस उपलब्धि की प्रशंसा की है और गद्दाफी से गद्दी छोड़ने का आग्रह किया है।   अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने मानवता के खिलाफ अपराध के लिए गद्दाफी, उनके बेटे सैफ और खुफिया सेवा के प्रमुख अब्दुल्ला अल-सानुसी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। न्यायालय के अभियोजक लुईस मोरेनो ओकैम्पो ने कहा कि उन्हें सैफ की गिरफ्तारी की सूचना मिली है। एक राजनयिक सूत्र के अनुसार, गद्दाफी अभी भी बाब अल-अजीजिया में हो सकते हैं। वह मई से ही सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए हैं। यद्यपि वह अज्ञात स्थानों से ऑडियो संदेश जारी करते रहे हैं। अपने ताजा ऑडियो भाषण में गद्दाफी ने संकल्प लिया है कि वह हथियार नहीं डालेंगे। यह भाषण रविवार को प्रसारित हुआ था। टीवी चैनल 'अल जजीरा' के अनुसार, गद्दाफी ने कहा कि वह त्रिपोली में ही हैं और शहर की हिफाजत करेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों का आह्वान किया कि वह त्रिपोली को विद्रोहियों से बचाएं। इसके साथ ही उन्होंने हथियार डालने के बदले जीत हासिल करने का संकल्प लिया। लीबियाई विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता अहमद बानी ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि त्रिपोली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास और सेना के एक शिविर के पास घमासान लड़ाई जारी है। बानी ने कहा कि विद्रोहियों ने त्रिपोली के फ्राइडे मार्केट पर कब्जा कर लिया है और मितिगा हवाई पट्टी, सरकारी टीवी मुख्यालय एवं प्रसारण केंद्र सहित कई अन्य इलाकों पर कब्जे के लिए लड़ाई जारी है। बानी ने कहा कि मिसराता के विद्रोही सैनिक समुद्र के रास्ते त्रिपोली पहुंच गए हैं और त्रिपोली में जारी लड़ाई में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जाविया, सुरमान और घारयान से भी विद्रोही सैनिक लड़ाई में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। विद्रोहियों ने राजधानी त्रिपोली में तेजी के साथ आगे बढ़ते हुए खामिस ब्रिगेड के एक ठिकाने पर कब्जा कर लिया। विद्रोहियों के एक अन्य समूह ने रिक्सॉस होटल के पास लड़ाई शुरू कर दी। यहीं पर विद्रोहियों ने सैफ अल-इस्लाम का हिरासत में ले लिया। विद्रोहियों ने गद्दाफी के एक अन्य बेटे मुहम्मद का समर्पण स्वीकार करने का भी दावा किया है। गद्दाफी के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, महमूद हमजा ने स्थानीय समयानुसार सोमवार तड़के एक बजे फोन पर स्वीकार किया कि "लड़ाई अब अंत की ओर है।" लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी सैनिकों ने हथियार नहीं डाले हैं। हमजा ने कहा, "त्रिपोली इस समय बहुत खतरनाक हो गया है। यहां भयानक लड़ाई हो रही है। लेकिन अभी तक बाब अल-अजीजिया पर कोई हमला नहीं हुआ है। मेरे लिए यह बहुत डरावनी घटना है। मुझे आशा है कि ऐसी स्थिति नहीं आएगी।"

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com