न्यूयार्क:
टाइम्स स्क्वेयर पर विस्फोटकों से भरी गाड़ी ले जा कर एक पाकिस्तानी प्रवासी आतंकवादी द्वारा आतंक फैलाए जाने की घटना को एक साल बीत चुका है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि ऐसी घटना कभी भी घटित हो सकती है। हालांकि न्यूयार्कवासी, पर्यटक और फेरी वालों की जिंदगी टाइम्स स्क्वेयर पर पहले की तरह ही चल रही है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हर वक्त चौकस बनी हुई हैं। पुलिस विभाग तथा अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियां लगातार चौकसी बरत रही हैं और कुछ का कहना है कि दोबारा ऐसी घटना जरूर होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि अल कायदा लगातार एक चुनौती बना हुआ है, लेकिन साथ ही वे यह भी स्वीकार करते हैं कि यह घटना साबित करती है कि घर के भीतर आतंकवादियों की एक नई पौध पनप रही है। इनका कहना है कि इन आतंकवादियों के पास भले ही 11 सितंबर, 2001 के हमलावरों जैसी विशेषज्ञता और प्रशिक्षण न हो, लेकिन उनमें ऐसे हमले करने की क्षमता और साधन हैं, जिनसे शहर को पंगु किया जा सकता है। इंस्टीट्यूट फोर होमलैंड सिक्योरिटी के प्रमुख रांदेल लार्सेन ने कहा, जिस पुराने अल कायदा को हम लोग जानते थे वह पूरी तरह एक सीमित क्षेत्र में नियंत्रित था। लेकिन जो नया अल कायदा है वह पूरी दुनिया में फैले छोटे-छोटे आतंकवादी समूहों को प्रशिक्षण, प्रेरणा और कुछ मामलों में धन तथा उपकरण भी मुहैया करा रहा है। टाइम्स स्क्वेयर हादसे से सबक लेते हुए पुलिस विभाग लगातार चौकस बना हुआ है और उर्वरकों की खरीद, घरेलू रसायनों और अन्य देसी बम बनाने संबंधी सामग्री की बिक्री पर लगातार नजर रख रहा है।
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