बीजिंग:
चीन के दक्षिण पश्चिम में राजनीतिक रूप से संवेदनशील तिब्बती क्षेत्र में स्थिति शांत है। प्रत्यक्षदर्शियों और कार्यकर्ता समूहों का कहना है कि यहां प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।
विदेश में रह रहे एक तिब्बती कार्यकर्ता समूह ने एक बयान में कहा कि कल, सिचुआन प्रांत के गांजी में हजारों तिब्बतियों ने सरकारी कार्यालयों तक जुलूस निकाला और पुलिस ने भीड़ पर गोलीबारी की। ‘‘इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत’’ समूह के अनुसार, लुहुओ कस्बे में हिंसा की इस घटना में तीन तिब्बती मारे गए और नौ घायल हो गए।
एक अन्य समूह, लंदन के ‘‘फ्री तिब्बत’’ ने मृतक संख्या एक बताई और ई-मेल से भेजे गए एक बयान में कहा कि तिब्बतियों में ड्रैगो के नाम से चर्चित लुहुओ में करीब 30 अन्य हताहत हुए हैं। कल किए गए प्रदर्शन संबंधी दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी।
लुहुओ स्थित शौलिंग मठ के एक तिब्बती भिक्षु ने कहा कि पुलिस गश्त कर रही है लेकिन कस्बे के सरकारी कार्यालयों के सामने करीब 10,000 लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद, आज स्थिति शांतिपूर्ण है। भिक्षु ने बताया कि ज्यादातर प्रदर्शनकारी स्थानीय तिब्बती थे। इनमें कुछ भिक्षु और चीन के कुछ मूल निवासी (हान चीनी) भी थे। इस भिक्षु ने हालांकि अपना नाम नहीं बताया लेकिन कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई और एक तिब्बती किसान की मौत हो गई। उसने बताया कि 32 अन्य घायल भी हुए हैं। गांजी जनसुरक्षा ब्यूरो के ड्यूटी ऑफिस में फोन पर एक व्यक्ति ने इलाके में हिंसा होने से इनकार करते हुए कहा ‘‘यहां कुछ नहीं हुआ .. यह अफवाह है।’’ उसने अपना नाम नहीं बताया।
कस्बे की पुलिस के एक कर्मी ने कहा ‘‘कुछ नहीं हुआ।’’ इस व्यक्ति ने फोन कॉल पुलिस कमांड सेंटर के पास भेज दी। वहां के एक कर्मी ने कहा कि उसे मामले की साफ जानकारी नहीं है। अपना नाम किसी ने नहीं बताया।
विदेश में रह रहे एक तिब्बती कार्यकर्ता समूह ने एक बयान में कहा कि कल, सिचुआन प्रांत के गांजी में हजारों तिब्बतियों ने सरकारी कार्यालयों तक जुलूस निकाला और पुलिस ने भीड़ पर गोलीबारी की। ‘‘इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत’’ समूह के अनुसार, लुहुओ कस्बे में हिंसा की इस घटना में तीन तिब्बती मारे गए और नौ घायल हो गए।
एक अन्य समूह, लंदन के ‘‘फ्री तिब्बत’’ ने मृतक संख्या एक बताई और ई-मेल से भेजे गए एक बयान में कहा कि तिब्बतियों में ड्रैगो के नाम से चर्चित लुहुओ में करीब 30 अन्य हताहत हुए हैं। कल किए गए प्रदर्शन संबंधी दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी।
लुहुओ स्थित शौलिंग मठ के एक तिब्बती भिक्षु ने कहा कि पुलिस गश्त कर रही है लेकिन कस्बे के सरकारी कार्यालयों के सामने करीब 10,000 लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद, आज स्थिति शांतिपूर्ण है। भिक्षु ने बताया कि ज्यादातर प्रदर्शनकारी स्थानीय तिब्बती थे। इनमें कुछ भिक्षु और चीन के कुछ मूल निवासी (हान चीनी) भी थे। इस भिक्षु ने हालांकि अपना नाम नहीं बताया लेकिन कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई और एक तिब्बती किसान की मौत हो गई। उसने बताया कि 32 अन्य घायल भी हुए हैं। गांजी जनसुरक्षा ब्यूरो के ड्यूटी ऑफिस में फोन पर एक व्यक्ति ने इलाके में हिंसा होने से इनकार करते हुए कहा ‘‘यहां कुछ नहीं हुआ .. यह अफवाह है।’’ उसने अपना नाम नहीं बताया।
कस्बे की पुलिस के एक कर्मी ने कहा ‘‘कुछ नहीं हुआ।’’ इस व्यक्ति ने फोन कॉल पुलिस कमांड सेंटर के पास भेज दी। वहां के एक कर्मी ने कहा कि उसे मामले की साफ जानकारी नहीं है। अपना नाम किसी ने नहीं बताया।
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