भारत केंद्रित अमेरिकी व्यापार एवं रणनीतिक पैरोकार समूह के प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो उनके प्रशासन में भारत-अमेरिका नीति एवं रणनीति में कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है. 'यूएस इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम' (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि नीति में या रणनीति में कोई बदलाव होगा खासतौर पर भारत के संबंध में."
राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुनावी दौड़ से हटने के बाद कमला हैरिस तेजी से चुनाव प्रचार में जुट गई हैं और राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने के 50 घंटे से भी कम समय में 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक धनराशि जुटाना उनके पक्ष में बढ़ते समर्थन को दर्शाता है. उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति बाइडेन के चुनावी दौड़ से हटने से पार्टी में और पार्टी समर्थकों में ऊर्जा भर गई है. आप पिछले 24 घंटों पर नजर डालें तो 10 करोड़ अमरेकी डॉलर से ज्यादा का चंदा मिला है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. बड़े दानदाता अब फिर से डेमोक्रेटिक पार्टी और उम्मीदवार के तौर पर कमला हैरिस का समर्थन कर रहे हैं."
अघी ने कहा, "अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बनती हैं तो अमेरिका-भारत पर इसका क्या असर पड़ेगा ? मुझे नहीं लगता कि कोई असर पड़ेगा.... चीन का उदय, चीन का आक्रामक रुख दुनिया के लिए खतरा है. यह अमेरिका के हितों के लिए खतरा है और भारत पूरे परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है." उन्होंने इस बात से असहमति जताई कि हैरिस प्रशासन के तहत भारत-अमेरिका संबंध ज्यादा अच्छे नहीं होंगे.
उन्होंने कहा, "कमला हैरिस की आलोचनाएं हुई हैं. लेकिन मुझे लगता है कि वह एक समझदार महिला हैं, वह बुद्धिमान महिला हैं. उनके पास अनुभव है. उनके पास एक अच्छी टीम होगी जो सही मार्गदर्शन करेगी. इसलिए मुझे नहीं लगता कि नीति में या रणनीति में कोई बदलाव होगा, खासतौर पर भारत के संबंध में."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं