प्रतीकात्मक फोटो
बैंकाक:
थाईलैंड सरकार की छह वेबसाइटों को सोमवार को एक इस्लामी समूह ने हैक कर लिया। समूह ने अपना नाम ट्यूनीशिया का फल्लाग गेसिरीनी तथा डॉक्टर लेमौची बताया है।
बैंकाक पोस्ट की एक रपट के मुताबिक, हैकरों ने लैंफन, सिंग बुरी, सा केयो तथा टाक प्रांत के साथ ही महासरखाम विश्वविद्यालय के प्रकाशन घर तथा पाथुम थानी स्थित लाम लूक का अस्पताल की आधिकारिक वेबसाइट पर हमला किया।
हैकरों ने म्यांमार में उत्पीड़न के कारण भागते रोहिंग्या मुसलमानों तथा बम हमले के शिकार बच्चों की तस्वीरें साइट पर लगा दी। हैकरों ने संदेश में कहा, "तुम्हारी वेबसाइटों को फल्लाग गैसरिनी तथा डॉ. लामौची ने हैक कर लिया है।" संदेश में कहा गया है, "हम फल्लागा दल, मुसलमान हैं। हम अमन पसंद लोग हैं।"
सूत्रों के मुताबिक, हैकर समूह पहले अन्य इस्लामिक समूहों के साथ काम कर चुका है और इजरायल व फ्रांस की कई वेबसाइटों को हैक कर चुका है। थाईलैंड के सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हैकर समूह के जगह का पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की है।
बैंकाक पोस्ट की एक रपट के मुताबिक, हैकरों ने लैंफन, सिंग बुरी, सा केयो तथा टाक प्रांत के साथ ही महासरखाम विश्वविद्यालय के प्रकाशन घर तथा पाथुम थानी स्थित लाम लूक का अस्पताल की आधिकारिक वेबसाइट पर हमला किया।
हैकरों ने म्यांमार में उत्पीड़न के कारण भागते रोहिंग्या मुसलमानों तथा बम हमले के शिकार बच्चों की तस्वीरें साइट पर लगा दी। हैकरों ने संदेश में कहा, "तुम्हारी वेबसाइटों को फल्लाग गैसरिनी तथा डॉ. लामौची ने हैक कर लिया है।" संदेश में कहा गया है, "हम फल्लागा दल, मुसलमान हैं। हम अमन पसंद लोग हैं।"
सूत्रों के मुताबिक, हैकर समूह पहले अन्य इस्लामिक समूहों के साथ काम कर चुका है और इजरायल व फ्रांस की कई वेबसाइटों को हैक कर चुका है। थाईलैंड के सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हैकर समूह के जगह का पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की है।
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