राका कथित रूप से जिहादियों की सीरियाई राजधानी है (फाइल फोटो)
बेरूत:
रूसी सहायता प्राप्त सीरिया की सेना ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट का गढ़ माने जाने वाले राका प्रांत में शनिवार को प्रवेश किया। दूसरी ओर उत्तर दिशा से अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाके भी आगे बढ़ रहे हैं।
लंदन स्थित संस्था सीरियन ऑबजर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स का कहना है कि रूस के हवाई हमले की मदद से सीरिया की सेना ताबका क्षेत्र में यूफरेट्स घाटी कस्बे में 40 किलोमीटर के दायरे तक घुस आई है। सीरिया का सबसे बड़ा बांध ताबका क्षेत्र में ही स्थित है। जिहादियों की कथित सीरियाई राजधानी राका से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह बांध अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाकों का निशाना है।
अगस्त 2014 में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों द्वारा पीछे धकेले जाने के बाद पहली बार सीरिया की सेना ने राका में प्रवेश किया है। संस्था के निदेशक रमी अब्दुल रहमान का कहना है कि सीरिया की सेना की मदद रूस द्वारा प्रशिक्षित मिलिशिया भी कर रही है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
लंदन स्थित संस्था सीरियन ऑबजर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स का कहना है कि रूस के हवाई हमले की मदद से सीरिया की सेना ताबका क्षेत्र में यूफरेट्स घाटी कस्बे में 40 किलोमीटर के दायरे तक घुस आई है। सीरिया का सबसे बड़ा बांध ताबका क्षेत्र में ही स्थित है। जिहादियों की कथित सीरियाई राजधानी राका से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह बांध अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाकों का निशाना है।
अगस्त 2014 में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों द्वारा पीछे धकेले जाने के बाद पहली बार सीरिया की सेना ने राका में प्रवेश किया है। संस्था के निदेशक रमी अब्दुल रहमान का कहना है कि सीरिया की सेना की मदद रूस द्वारा प्रशिक्षित मिलिशिया भी कर रही है।
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