दमिश्क:
सीरिया में जारी सत्ता संघर्ष और देश के हर हिस्से में फैलती जा रही हिंसा की वजह से अगस्त माह में एक लाख से अधिक सीरियाई नागरिकों ने देश छोड़ दिया। सीरिया में पिछले वर्ष हिंसा भड़कने के बाद किसी भी महीने में हुआ अब तक का यह सबसे बड़ा पलायन है। ये आंकड़े संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी किए गए हैं।
शरणार्थी सेवा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने मंगलवार को कहा कि एक महीने में दोगुने से अधिक लगभग 103,416 लोगों ने या तो देश छोड़ दिया या शरण के लिए आवेदन किया। इस तरह सीरिया से अब तक 2,35,200 लोग देश छोड़ चुके हैं।
संस्था की प्रवक्ता मेलिसा फ्लेमिंग ने कहा, 'प्रवासी लोगों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।' सीरिया में हिंसा शुरू होने के बाद अगस्त सबसे अधिक हिंसक महीना रहा है, जिसकी वजह से लोगों का भारी मात्रा में पलायन हुआ। 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्युमन राइट्स' के अनुसार इस दौरान 5000 से अधिक लोग मारे गए।
संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था के अनुसार सिर्फ पिछले हफ्ते ही 1600 से अधिक लोग मारे गए। बीबीसी के अनुसार इस बीच इंटरनेशनल रेडक्रॉस सोसायटी के प्रमुख पीटर मुरर ने सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद से मुलाकात की।
शरणार्थी सेवा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने मंगलवार को कहा कि एक महीने में दोगुने से अधिक लगभग 103,416 लोगों ने या तो देश छोड़ दिया या शरण के लिए आवेदन किया। इस तरह सीरिया से अब तक 2,35,200 लोग देश छोड़ चुके हैं।
संस्था की प्रवक्ता मेलिसा फ्लेमिंग ने कहा, 'प्रवासी लोगों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।' सीरिया में हिंसा शुरू होने के बाद अगस्त सबसे अधिक हिंसक महीना रहा है, जिसकी वजह से लोगों का भारी मात्रा में पलायन हुआ। 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्युमन राइट्स' के अनुसार इस दौरान 5000 से अधिक लोग मारे गए।
संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था के अनुसार सिर्फ पिछले हफ्ते ही 1600 से अधिक लोग मारे गए। बीबीसी के अनुसार इस बीच इंटरनेशनल रेडक्रॉस सोसायटी के प्रमुख पीटर मुरर ने सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद से मुलाकात की।
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