वाशिंगटन:
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनिता विलियम्स एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जहां उन्होंने 2006 में रिकॉर्ड छह महीने बिताए थे।
नासा द्वारा की गई एक घोषणा के अनुसार, गुजरात से सम्बंध रखने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी पिता और स्लोवेनियाई मां की संतान, विलियम्स फिलहाल कजाकस्तान के बैकानूर कॉस्मोड्रोम से 14 जुलाई को अंतरिक्ष के लिए प्रस्थान करने की अंतिम तैयारियों में जुटी हुई हैं।
विलियम्स, रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी के फ्लाइट इंजीनियर यूरी मालेनचेंको और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अकिहिको होशिदे के साथ अंतरिक्ष केंद्र के एक्सपेडिशन-32 पर एक फ्लाइट इंजीनियर के रूप में तैनात होंगी। अंतरिक्ष केंद्र पर पहुंचने के बाद वह एक्सपेडिशन-33 के कमान अधिकारी की बागडोर सम्भाल लेंगी।
नासा ने कहा है कि विलियम्स और उनके सहयोगियों का अंतरिक्ष केंद्र पर काफी व्यस्त कार्यक्रम होगा, जिसमें दो अंतरिक्ष भ्रमण, जापानी, अमेरिकी व्यावसायिक एवं रूसी पुन:आपूर्ति वाहनों का पहुंचना, और एक अत्यंत तीव्र रफ्तार वाला वैज्ञानिक अनुसंधान जैसी गतिविधियां शामिल होंगी।
कल्पना चावला के बाद किसी अंतरिक्ष मिशन के लिए नासा द्वारा चुनी गईं विलियम्स दूसरी भारतवंशी और रोनाल्ड एम. सेगा के बाद दूसरी स्लोवेनियाई मूल की महिला हैं।
विलियम्स ने महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में तीन रिकॉर्ड बनाए हैं। सबसे लम्बी अंतरिक्ष उड़ान (195 दिन), अंतरिक्ष भ्रमण की संख्या (चार), और अंतरिक्ष भ्रमण के दौरान बिताए गए कुल समय (29 घंटे, 17 मिनट)।
नासा द्वारा 1998 में अंतरिक्ष यात्री के एक उम्मीदवार के रूप में चयनित किए जाने से पहले विलियम्स एक नौसेना अधिकारी के रूप में विभिन्न भूमिकाओं में अपनी सेवाएं दे चुकी थीं। उन्होंने अमेरिकी नौसैन्य अकादमी से 1987 में स्नातक की उपाधि हासिल की थी।
नासा द्वारा की गई एक घोषणा के अनुसार, गुजरात से सम्बंध रखने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी पिता और स्लोवेनियाई मां की संतान, विलियम्स फिलहाल कजाकस्तान के बैकानूर कॉस्मोड्रोम से 14 जुलाई को अंतरिक्ष के लिए प्रस्थान करने की अंतिम तैयारियों में जुटी हुई हैं।
विलियम्स, रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी के फ्लाइट इंजीनियर यूरी मालेनचेंको और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अकिहिको होशिदे के साथ अंतरिक्ष केंद्र के एक्सपेडिशन-32 पर एक फ्लाइट इंजीनियर के रूप में तैनात होंगी। अंतरिक्ष केंद्र पर पहुंचने के बाद वह एक्सपेडिशन-33 के कमान अधिकारी की बागडोर सम्भाल लेंगी।
नासा ने कहा है कि विलियम्स और उनके सहयोगियों का अंतरिक्ष केंद्र पर काफी व्यस्त कार्यक्रम होगा, जिसमें दो अंतरिक्ष भ्रमण, जापानी, अमेरिकी व्यावसायिक एवं रूसी पुन:आपूर्ति वाहनों का पहुंचना, और एक अत्यंत तीव्र रफ्तार वाला वैज्ञानिक अनुसंधान जैसी गतिविधियां शामिल होंगी।
कल्पना चावला के बाद किसी अंतरिक्ष मिशन के लिए नासा द्वारा चुनी गईं विलियम्स दूसरी भारतवंशी और रोनाल्ड एम. सेगा के बाद दूसरी स्लोवेनियाई मूल की महिला हैं।
विलियम्स ने महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में तीन रिकॉर्ड बनाए हैं। सबसे लम्बी अंतरिक्ष उड़ान (195 दिन), अंतरिक्ष भ्रमण की संख्या (चार), और अंतरिक्ष भ्रमण के दौरान बिताए गए कुल समय (29 घंटे, 17 मिनट)।
नासा द्वारा 1998 में अंतरिक्ष यात्री के एक उम्मीदवार के रूप में चयनित किए जाने से पहले विलियम्स एक नौसेना अधिकारी के रूप में विभिन्न भूमिकाओं में अपनी सेवाएं दे चुकी थीं। उन्होंने अमेरिकी नौसैन्य अकादमी से 1987 में स्नातक की उपाधि हासिल की थी।
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