एस्ट्रोनॉट्स कितने दिनों तक रहते हैं क्वारंटाइन?
सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती पर तो लौट आई हैं, लेकिन अभी कुछ दिनों तक वह अपने घर नहीं जा पाएंगी. नासा के नियमों के मुताबिक, कोई भी अंतरिक्ष यात्री स्पेस से लौटने के बाद सीधे घर नहीं जा सकता. उन्हें मेडिकल जांच सहित कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. इनमें कई दिनों का समय लगता है. इसके बाद ही अंतरिक्ष यात्रियों को घर वापस जाने और लोगों से मिलने की इजाजत होती हैं. सुनीता विलियम्स और उनके साथ धरती पर लौटे एस्ट्रोनॉट्स को भी इन नियमों के अनुसार ही चलना होगा. आइए आपको बताते हैं कि सुनीता विलियम्स के आने वाले कुछ दिन कैसे बीतेंगे.
एस्ट्रोनॉट्स कितने दिनों तक रहते हैं क्वारंटाइन?
अंतरिक्ष से लौटने के बाद एस्ट्रोनॉट्स आमतौर पर 14 दिनों तक नॉर्मल लाइफ से दूर क्वारंटाइन रहना पड़ता है. यह नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों की स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बनाए गए नियमों की प्रक्रिया का एक हिस्सा है. इसका मकसद एस्ट्रोनॉट्स की हेल्थ केयर और उन्हें पृथ्वी के वातावरण में फिर से एडजस्ट करने में मदद करना होता है. सुनीता विलियम्स एंड टीम को भी लगभग दो हफ्तों तक क्वारंटाइन रहना पड़ सकता है. हालांकि, नासा की ओर से अभी कोई आधिकारिक जानकारी इस बारे में नहीं आई है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के अपोलो 11 अभियान के दो सदस्य नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज एल्ड्रिन ने चंद्रमा पर 21 घंटे 36 मिनट बिताए थे. धरती पर लौटने के बाद इन दोनों एस्ट्रोनॉट्स को 21 दिनों तक क्वारंटाइन रहना पड़ा था.

सुनीता विलियम्स की सबसे पहले होगी मेडिकल जांच?
सुनीता विलियम्स और उनके साथ अंतरिक्ष से लौटे एस्ट्रोनॉट्स की इस समय मेडिकल जांच चल रही है. दरअसल, जीरो ग्रैविटी में लंबे समय तक रहने से शरीर के काफी पार्ट पर प्रभाव पड़ता है. इसलिए सबसे पहले एस्ट्रोनॉट्स की अंतरिक्ष से लौटने के बाद मेडिकल जांच होती है. NASA के फ्लाइट सर्जन उनकी हेल्थ को मॉनिटर करते हैं और देखते हैं कि उनका शरीर वापस धरती के माहौल में एडजस्ट हो रहा है या नहीं. मेडिकल एक्सपर्ट्स ने उनकी ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट, और न्यूरोलॉजिकल रिस्पॉन्सेज चेक करते हैं.
मेडिकल जांच के बाद सुनीता विलियम्स जाएंगी जॉनसन स्पेस सेंटर
मेडिकल चेकअप के बाद सुनीता विलियम्स और अन्य एस्ट्रोनॉट्स को NASA के जॉनसन स्पेस सेंटर, ह्यूस्टन भेजा जाएगा. यहां अगले कुछ दिनों तक सभी को क्वारंटाइन रहना होगा. वहां उनके लिए स्पेशल क्वार्टर बनाए गए हैं. ये NASA का सख्त नियम है कि कोई भी एस्ट्रोनॉट सीधे घर नहीं जा सकता. क्वारंटाइन के दौरान NASA के फ्लाइट सर्जन उनकी हेल्थ को मॉनिटर करेंगे. यह देखा जाएगा कि अंतरिक्ष से लौटने के बाद एस्ट्रोनॉट्स के शरीर में कोई बदलाव तो नहीं आ रहा है. स्पेस से लौटने के साथ ही अंतरिक्ष यात्रियों के साथ किसी तरह का कोई वायरस तो पृथ्वी पर नहीं आ गया है, इसका खतरा भी बना रहे है. इस पर भी नजर रखी जाती है.

नासा का एक नियम यह भी है कि कोई भी एस्ट्रोनॉट पब्लिक अपीयरेंस तुरंत नहीं कर सकता. सार्वजनिक मीटिंग में जाने से पहले उन्हें NASA की साइकोलॉजिकल और फिजिकल रिकवरी पूरी करनी होगी.
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