
काबुल में एक शिया मस्जिद के भीतर हुआ फिदायीन हमला
- सुन्नी इस्लामिक स्टेट समूह अफगान में अपनी पकड़ बना रहा है
- इससे राजधानी में जातीय हिंसा का अंदेशा बढ़ गया है
- एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावरों के पास गोलियां कमी हो गईं थी
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हमला ऐसे समय हुआ जब कई मुस्लिम शुक्रवार की नमाज अदा कर रहे होंगे. इससे राजधानी में जातीय हिंसा का अंदेशा बढ़ गया है.
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कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धग्रस्त देश में हजारों और अमेरिकी सैनिकों की तैनाती का रास्ता साफ कर दिया था. गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नाजिब दानिश ने टीओएलओन्यूज को बताया कि शुरूआती जानकारी में पता लगा है कि एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया जबकि दो या तीन अन्य आतंकी मस्जिद में घुस गए और उनके तथा पुलिस के बीच गोलीबारी हुई.
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एक प्रत्यक्षदर्शी ने एएफपी के बताया कि हमलावरों के पास गोलियां कम हो गईं और वे नमाजियों पर चाकू से हमला करने लगे. फिर से सिर उठाने की कोशिश कर रहे तालिबान ने देशभर में हमले बढ़ा दिए हैं जबकि जातीय हमलों को अंजाम देने वाला सुन्नी इस्लामिक स्टेट समूह अफगान में अपनी पकड़ बना रहा है.(इनपुट एएफपी से)
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