कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक ईरान में कामकाज के सिलसिले में गए दो भारतीय अब वहीं फंसकर रह गए हैं, क्योंकि इस खतरनाक वायरस के फैलाव के डर से सभी नागरिक उड्डयन मार्ग बंद कर दिए गए हैं. मुंबई निवासी अरविंद जाधव तथा वेदांत कदम ईरान की राजधानी तेहरान में ही फंसे हुए हैं, और उन्होंने भारत सरकार से उन्हें जल्द से जल्द बचाने की अपील की है.
जिस होटल में अरविंद जाधव और वेदांत कदम ठहरे हुए हैं, वह भी जल्द ही बंद किया जा सकता है, क्योंकि उसमें मौजूद 250 कमरों में से सिर्फ आठ में मेहमान ठहरे हुए हैं. दोनों मुंबई निवासी व्हॉट्सऐप के ज़रिये अपने परिवार से संपर्क बनाए हुए हैं, और भारत सरकार से जल्द मदद मुहैया कराने की अपील कर रहे हैं.
ईरान के स्वास्थ्य मंत्री के सलाहकार अलिरेज़ा वहाबज़ादेह ने कहा, "ईरान में नोवेल कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों की तादाद 354 हो गई है, क्योंकि बुधवार को एक ही दिन में देश में कोरोनावायरस की वजह से 63 लोगों की मौत हुई..."
ईरान सरकार ने बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें स्कूलों, यूनिवर्सिटियों को बंद कर देना तथा सांस्कृतिक एवं खेल से जुड़े कार्यक्रमों को स्थगित कर देना शामिल है.
बुधवार तक दुनियाभर में कोरोना वायरस के लगभग 1,20,000 पुष्ट मामले सामने आ चुके थे, और इस रोग से मरने वालों की तादाद 4,300 पार कर चुकी है.
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