दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री चुंग होंग वोन ने एक यात्री नौका डूबने की घटना को लेकर रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
नौका हादसे में 300 से अधिक लोग या तो मारे गए हैं या लापता हैं।
प्रधानमंत्री चुंग होंग वोन ने कहा, 'इस हादसे को रोक पाने में नाकाम रहने के लिए और इसके बाद समुचित प्रतिक्रिया न देने के लिए मैं क्षमा चाहता हूं।'
उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री होने के नाते निश्चित रूप से यह मेरी जिम्मेदारी है और मैं इस्तीफा देता हूं।' नौका हादसे और उसके बाद बचाव अभियान संचालन को लेकर सरकार और उसके कार्यालयों की व्यापक आलोचना हुई।
प्रधानमंत्री चुंग होंग वोन ने कहा, 'मैं पहले ही इस्तीफा देना चाहता था, लेकिन हालात से निपटना पहली प्राथमिकता थी और मैंने सोचा कि जाने से पहले मदद करना जवाबदारीपूर्ण कार्य है।'
उन्होंने कहा, 'लेकिन मैंने अब इस्तीफा देने का फैसला कर लिया।'
इस बीच जिंदो से मिली एक खबर में कहा गया है कि हादसे में नदारद हुए लोगों की तलाश कर रहे गोताखोरों को आज तूफान और खराब मौसम का सामना करना पड़ा तथा उनका काम बाधित हुआ। हालांकि वह अब भी नौका तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
तटरक्षक के एक प्रवक्ता ने बताया कि समझा जाता है कि शव डूबी हुई नौका में फंसे हुए हैं। सिवोल नामक यह नौका जब डूबी थी तब उसमें 476 लोग थे। इनमें से 325 स्कूली बच्चे थे। यह हादसा 11 दिन पहले हुआ था।
कल नौका के चालक दल के चार और सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले 15 मरीनों को हिरासत में लिया गया था। इन सभी पर यात्रियों को असहाय छोड़ने के लिए आपराधिक लापरवाही सहित अन्य आरोप लगाए गए हैं।
मौसम विज्ञानियों आज मौसम और ज्यादा खराब होने का पूर्वानुमान जताया है।
अब तक 187 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है। हादसे में लोगों के जीवित बचने की संभावना अब नहीं के बराबर है।
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