सोल:
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया की ओर से रखे गए सैन्य वार्ताओं के हालिया प्रस्ताव को यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि प्योंगयांग को पहले अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को छोड़ने की दिशा में कदम उठाने चाहिए। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी की हालिया कांग्रेस में दिए गए भाषण के दौरान सैन्य वार्ता का प्रस्ताव दिया था। यह समारोह 35 साल से भी अधिक वर्ष की अवधि में आयोजित हुआ अपनी तरह का पहला समारोह था।
उत्तर कोरिया ने रिश्तों की मौजूदा ‘आपात स्थिति’ से उबरने के लिए दिया था प्रस्ताव
उत्तर कोरिया की सेना ने बाद में सोल से अपील की कि वह सीमा-पार के रिश्तों की मौजूदा ‘आपात स्थिति’ से उबरने के लिए प्रस्ताव को स्वीकार कर ले। शनिवार को भेजे गए संदेश में तैयारी वाली कार्य स्तरीय बैठक का प्रस्ताव दिया गया था। दक्षिण कोरिया के सैन्य प्रवक्ता के अनुसार, सोल के रक्षा मंत्रालय ने आज सुबह अपना जवाब भेजते हुए उत्तर कोरिया के प्रस्ताव को प्रभावी ढंग से खारिज कर दिया। सोल ने कहा कि इस प्रस्ताव में प्योंगयांग के उस परमाणु हथियार कार्यक्रम का कोई जिक्र नहीं है, जिसकी व्यापक स्तर पर निंदा की जाती है।
दक्षिण कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण के जिक्र के बिना प्रस्ताव को ‘फर्जी बताया
मून सांग-ग्यून ने हालिया वार्ता प्रस्ताव को ‘फर्जी शांति’ का प्रतीक बताते हुए कहा, ‘‘यदि वार्ताओं के प्रस्ताव में परमाणु निरस्त्रीकरण का कोई जिक्र नहीं है, तो यह प्रस्ताव एक दिखावा मात्र है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस रूख पर दृढ़ता से कायम रहेंगे कि जब उत्तर कोरिया के साथ वार्ता करने की बात हो तो परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में कदम उठाना पहली प्राथमिकता होना चाहिए।’’
उत्तर कोरिया ने रिश्तों की मौजूदा ‘आपात स्थिति’ से उबरने के लिए दिया था प्रस्ताव
उत्तर कोरिया की सेना ने बाद में सोल से अपील की कि वह सीमा-पार के रिश्तों की मौजूदा ‘आपात स्थिति’ से उबरने के लिए प्रस्ताव को स्वीकार कर ले। शनिवार को भेजे गए संदेश में तैयारी वाली कार्य स्तरीय बैठक का प्रस्ताव दिया गया था। दक्षिण कोरिया के सैन्य प्रवक्ता के अनुसार, सोल के रक्षा मंत्रालय ने आज सुबह अपना जवाब भेजते हुए उत्तर कोरिया के प्रस्ताव को प्रभावी ढंग से खारिज कर दिया। सोल ने कहा कि इस प्रस्ताव में प्योंगयांग के उस परमाणु हथियार कार्यक्रम का कोई जिक्र नहीं है, जिसकी व्यापक स्तर पर निंदा की जाती है।
दक्षिण कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण के जिक्र के बिना प्रस्ताव को ‘फर्जी बताया
मून सांग-ग्यून ने हालिया वार्ता प्रस्ताव को ‘फर्जी शांति’ का प्रतीक बताते हुए कहा, ‘‘यदि वार्ताओं के प्रस्ताव में परमाणु निरस्त्रीकरण का कोई जिक्र नहीं है, तो यह प्रस्ताव एक दिखावा मात्र है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस रूख पर दृढ़ता से कायम रहेंगे कि जब उत्तर कोरिया के साथ वार्ता करने की बात हो तो परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में कदम उठाना पहली प्राथमिकता होना चाहिए।’’
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