न्यूयॉर्क:
फोर्ब्स पत्रिका ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को दुनिया की सबसे शक्तिशाली हस्तियों की शीर्ष-20 की वार्षिक सूची में शामिल किया है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा लगातार दूसरे साल पहले स्थान पर काबिज हैं।
भारत के सबसे अमीर कारोबारी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी और मित्तल समूह के सीईओ लक्ष्मी मित्तल भी इस सूची में शामिल हैं।
सोनिया पिछले साल की सूची की तुलना में एक पायदान गिरते हुए इस साल 12वें स्थान पर आ गईं और वह चीन के उप-प्रधानमंत्री ली क्विंग और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांकोइस होलांदे से आगे हैं।
फोर्ब्स ने कहा कि सोनिया के हाथों में आबादी के हिसाब से दूसरे सबसे बड़े और अर्थव्यवस्था के हिसाब से दसवें सबसे बड़े देश की कमान है।
इसमें कहा गया कि उनके बेटे राहुल भारत के सबसे प्रसिद्ध राजनीतिक वंश की कमान हाथ में लेने के कतार में हैं। इस सूची में 20वें स्थान पर मौजूद सिंह ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज में पढ़ने वाले अर्थशास्त्री हैं और वह भारत के आर्थिक सुधारों के रचनाकार हैं। सिंह पिछले साल इस सूची में 19वें स्थान पर थे। फोर्ब्स ने कहा कि लेकिन सिंह के शांत बुद्धिवाद को लगातार कमजोरी और संकोचशील के तौर पर देखा गया है।
अंबानी इस सूची में 37वें स्थान पर हैं। फोर्ब्स ने कहा कि अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इस सूची में 47 वें स्थान पर मौजूद मित्तल के पास 16 अरब डॉलर की संपत्ति है। पिछले साल उन्होंने 2012 टार्च रिले में ओलिंपिक मशाल थामी थी।
फोर्ब्स ने कहा कि 51 वर्षीय ओबामा निर्विवाद रूप से लगातार दूसरे साल विश्व के सबसे शक्तिशाली शख्स हैं। वर्ष 2012 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले ओबामा को अब अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए चार और साल मिलेंगे, लेकिन उन्हें वित्तीय संकट जैसी कई समस्याओं से भी जूझना होगा। इसमें कहा गया कि ओबामा विश्व की सबसे शक्तिशाली सेना के कमांडर इन चीफ बने हुए हैं।
पत्रिका ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल को विश्व की दूसरी सबसे शक्तिशाली हस्ती बताया। वह पिछले साल के चौथे स्थान से दूसरे पर आ गई हैं।
फोर्ब्स ने मर्केल को 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ की अहम कड़ी बताया, जिनके कंधों पर यूरो संकट से उबारने की जिम्मेदारी है। इस सूची में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तीसरे, माइक्रोसाफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स चौथे, चीन कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी चिनफिंग नौवें, गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज और सर्जगे ब्रिन बीसवें, ईरान के शीर्ष नेता अली खामनेई 21वें, संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख बान की मून 30वें, उत्तर कोरियाई नेता केम जांन उन 44वें और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन 50वें स्थान पर हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन इस साल की सूची में शामिल नहीं हैं। वह पिछले साल 16वें स्थान पर थीं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख अशरफ परवेज कयानी इस सूची में 28वें स्थान पर हैं।
भारत के सबसे अमीर कारोबारी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी और मित्तल समूह के सीईओ लक्ष्मी मित्तल भी इस सूची में शामिल हैं।
सोनिया पिछले साल की सूची की तुलना में एक पायदान गिरते हुए इस साल 12वें स्थान पर आ गईं और वह चीन के उप-प्रधानमंत्री ली क्विंग और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांकोइस होलांदे से आगे हैं।
फोर्ब्स ने कहा कि सोनिया के हाथों में आबादी के हिसाब से दूसरे सबसे बड़े और अर्थव्यवस्था के हिसाब से दसवें सबसे बड़े देश की कमान है।
इसमें कहा गया कि उनके बेटे राहुल भारत के सबसे प्रसिद्ध राजनीतिक वंश की कमान हाथ में लेने के कतार में हैं। इस सूची में 20वें स्थान पर मौजूद सिंह ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज में पढ़ने वाले अर्थशास्त्री हैं और वह भारत के आर्थिक सुधारों के रचनाकार हैं। सिंह पिछले साल इस सूची में 19वें स्थान पर थे। फोर्ब्स ने कहा कि लेकिन सिंह के शांत बुद्धिवाद को लगातार कमजोरी और संकोचशील के तौर पर देखा गया है।
अंबानी इस सूची में 37वें स्थान पर हैं। फोर्ब्स ने कहा कि अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इस सूची में 47 वें स्थान पर मौजूद मित्तल के पास 16 अरब डॉलर की संपत्ति है। पिछले साल उन्होंने 2012 टार्च रिले में ओलिंपिक मशाल थामी थी।
फोर्ब्स ने कहा कि 51 वर्षीय ओबामा निर्विवाद रूप से लगातार दूसरे साल विश्व के सबसे शक्तिशाली शख्स हैं। वर्ष 2012 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले ओबामा को अब अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए चार और साल मिलेंगे, लेकिन उन्हें वित्तीय संकट जैसी कई समस्याओं से भी जूझना होगा। इसमें कहा गया कि ओबामा विश्व की सबसे शक्तिशाली सेना के कमांडर इन चीफ बने हुए हैं।
पत्रिका ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल को विश्व की दूसरी सबसे शक्तिशाली हस्ती बताया। वह पिछले साल के चौथे स्थान से दूसरे पर आ गई हैं।
फोर्ब्स ने मर्केल को 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ की अहम कड़ी बताया, जिनके कंधों पर यूरो संकट से उबारने की जिम्मेदारी है। इस सूची में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तीसरे, माइक्रोसाफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स चौथे, चीन कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी चिनफिंग नौवें, गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज और सर्जगे ब्रिन बीसवें, ईरान के शीर्ष नेता अली खामनेई 21वें, संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख बान की मून 30वें, उत्तर कोरियाई नेता केम जांन उन 44वें और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन 50वें स्थान पर हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन इस साल की सूची में शामिल नहीं हैं। वह पिछले साल 16वें स्थान पर थीं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख अशरफ परवेज कयानी इस सूची में 28वें स्थान पर हैं।
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