सोलर इंपल्स (फाइल फोटो)
टोक्यो:
सौर उर्जा द्वारा संचालित विमान में दुनिया का भ्रमण करने का महत्वाकांक्षी प्रयास परीक्षा की घड़ी से गुजर रहा है और दो हफ्तों से खराब मौसम के कारण यह विमान जापान में ही फंसा हुआ है।
इस विमान के पायलट आंद्रे बोसर्कबर्ग ने कहा कि नगोया में उतरने के बाद से विमान अगले चरण की शुरुआत के लिए सर्वश्रेष्ठ समय का इंतजार कर रहा है।
उन्होंने कहा, 'विमान एक रत्न की तरह होता है, हम एक मू़खर्तापूर्ण फैसले के साथ विमान को खोना नहीं चाहते।' साथ ही उन्होंने यह भी कहा, 'इस परियोजना के लिए यह परीक्षा की घड़ी है, यह हमारे दल के लिए भी परीक्षा की घड़ी है। हम सचेत रहना चाहते हैं और मूखर्तापूर्ण फैसला नहीं लेना चाहते।'
इस साल की शुरुआत में केवल सौर उर्जा की मदद से दुनियाभर का चक्कर लगाने के कई चरणों के प्रयासों में ‘सोलर इंपल्स’ अबुधाबी से रवाना हुआ था।
हालांकि, चीन से इसकी हवाई यात्रा को बीच में ही रोकना पड़ा था, जब मौसम विभाग ने यह कहकर चेताया था कि विशाल प्रशांत महासागर के ऊपर कड़ाके की ठंड से इसका सामना हो सकता है।
इस विमान के पायलट आंद्रे बोसर्कबर्ग ने कहा कि नगोया में उतरने के बाद से विमान अगले चरण की शुरुआत के लिए सर्वश्रेष्ठ समय का इंतजार कर रहा है।
उन्होंने कहा, 'विमान एक रत्न की तरह होता है, हम एक मू़खर्तापूर्ण फैसले के साथ विमान को खोना नहीं चाहते।' साथ ही उन्होंने यह भी कहा, 'इस परियोजना के लिए यह परीक्षा की घड़ी है, यह हमारे दल के लिए भी परीक्षा की घड़ी है। हम सचेत रहना चाहते हैं और मूखर्तापूर्ण फैसला नहीं लेना चाहते।'
इस साल की शुरुआत में केवल सौर उर्जा की मदद से दुनियाभर का चक्कर लगाने के कई चरणों के प्रयासों में ‘सोलर इंपल्स’ अबुधाबी से रवाना हुआ था।
हालांकि, चीन से इसकी हवाई यात्रा को बीच में ही रोकना पड़ा था, जब मौसम विभाग ने यह कहकर चेताया था कि विशाल प्रशांत महासागर के ऊपर कड़ाके की ठंड से इसका सामना हो सकता है।
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