फेसबुक कार्यालय में पीएम मोदी
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                सेन होजे: 
                                        दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के कार्यालय में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गए। इस मौके पर उन्होंने तमाम लोगों के सवालों के जवाब भी दिए। इनमें एक था, क्या सोशल मीडिया से सरकार में मदद मिल सकती है।
इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा,
जब मैं इससे (सोशल मीडिया) जुड़ा तब में राजनीति में नहीं था। जब जुड़ा तब तकनीक के प्रति रुचि की वजह से जुड़ा था। किताब के बजाय गाइड मिल जाए तो बेहतर है। मेरे लिए सोशल मीडिया कुछ इसी तरह रहा। मोदी ने कहा, सोशन मीडिया ने गाइड का काम किया। जल्दी चीजें मिल जाती थीं। ज्यादा पढ़ा नहीं था, लेकिन उस कमी को सोशल मीडिया ने भर दिया।
सोशल मीडिया से विचार प्रक्रिया में बदलाव आया
पीएम मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया से मेरी विचार प्रक्रिया में काफी बदलाव आया। इससे पूरे विश्व को छूने का अवसर मिला। दुनिया ने मुझे जैसा हूं, वैसा स्वीकारना शुरू कर दिया। यही सबसे खुशी की बात थी। इससे बड़ा आनंद कुछ नहीं। सोशल मीडिया में आप जैसे हैं लोग वैसा स्वीकारते हैं। जब मैं सरकार में आया तो सारे दरवाजे खुल गए। सरकार में सबसे बड़ी समस्या सरकार और जनता में काफी खाई रहती है। इस पाटने में सोशल मीडिया ने काफी अहम योगदान दिया है। इसके कारण डेली वोटिंग होती है।
सोशल मीडिया लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत बन गया
आज सोशल मीडिया के कारण लोग गलत करने से डरते हैं। अब सोशल मीडिया लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत बन गया है। सभी सरकारों को इससे जुड़ना चाहिए। अच्छी सरकारें तब चलती हैं जब आपके पास रियलटाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम हो। आज तुरंत लोगों से जवाब मिल जाता है। तुरंत सूचना मिल जाती है। रियलटाइम सूचना के लिए सोशल मीडिया सबसे बड़ा साधन है। इससे काम की गति को तेजी से बदला जा सकता है। इसने गवरनेंस में काफी बड़ा रोल अदा किया है।
डिप्लोमेसी में भी सोशल मीडिया का रोल अहम
पीएम मोदी ने कहा कि डिप्लोमेसी में भी सोशल मीडिया का रोल अहम है। यहां एक देश का नागरिक दूसरे देश के नागरिक से जुड़ता है। चीन में अलग तरह का सोशल मीडिया है। लेकिन, पीएम मोदी बोले, मैं वहां भी एक्टिव हूं। चाइना की वीबो पर मैंने वहां के पीएम के जन्मदिन पर बधाई दी। वहां पर यह एक न्यूज थी। वहां वह यह पोस्ट बहुत वायरल हुआ।
इसी प्रकार इजराइल के पीएम को हिब्रू भाषा में शुभकामनाएं दीं... वह भी वाइरल हुई। उसका जवाब हिन्दी में, धन्यवाद के रूप में आया। यह डिप्लोमेसी अच्छी है। विश्व परिवार के रूप में है और यह सोशल मीडिया एक कैटेलिस्ट के रूप में भूमिका अदा कर रहा है।
                                                                        
                                    
                                इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा,
जब मैं इससे (सोशल मीडिया) जुड़ा तब में राजनीति में नहीं था। जब जुड़ा तब तकनीक के प्रति रुचि की वजह से जुड़ा था। किताब के बजाय गाइड मिल जाए तो बेहतर है। मेरे लिए सोशल मीडिया कुछ इसी तरह रहा। मोदी ने कहा, सोशन मीडिया ने गाइड का काम किया। जल्दी चीजें मिल जाती थीं। ज्यादा पढ़ा नहीं था, लेकिन उस कमी को सोशल मीडिया ने भर दिया।
सोशल मीडिया से विचार प्रक्रिया में बदलाव आया
पीएम मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया से मेरी विचार प्रक्रिया में काफी बदलाव आया। इससे पूरे विश्व को छूने का अवसर मिला। दुनिया ने मुझे जैसा हूं, वैसा स्वीकारना शुरू कर दिया। यही सबसे खुशी की बात थी। इससे बड़ा आनंद कुछ नहीं। सोशल मीडिया में आप जैसे हैं लोग वैसा स्वीकारते हैं। जब मैं सरकार में आया तो सारे दरवाजे खुल गए। सरकार में सबसे बड़ी समस्या सरकार और जनता में काफी खाई रहती है। इस पाटने में सोशल मीडिया ने काफी अहम योगदान दिया है। इसके कारण डेली वोटिंग होती है।
सोशल मीडिया लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत बन गया
आज सोशल मीडिया के कारण लोग गलत करने से डरते हैं। अब सोशल मीडिया लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत बन गया है। सभी सरकारों को इससे जुड़ना चाहिए। अच्छी सरकारें तब चलती हैं जब आपके पास रियलटाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम हो। आज तुरंत लोगों से जवाब मिल जाता है। तुरंत सूचना मिल जाती है। रियलटाइम सूचना के लिए सोशल मीडिया सबसे बड़ा साधन है। इससे काम की गति को तेजी से बदला जा सकता है। इसने गवरनेंस में काफी बड़ा रोल अदा किया है।
डिप्लोमेसी में भी सोशल मीडिया का रोल अहम
पीएम मोदी ने कहा कि डिप्लोमेसी में भी सोशल मीडिया का रोल अहम है। यहां एक देश का नागरिक दूसरे देश के नागरिक से जुड़ता है। चीन में अलग तरह का सोशल मीडिया है। लेकिन, पीएम मोदी बोले, मैं वहां भी एक्टिव हूं। चाइना की वीबो पर मैंने वहां के पीएम के जन्मदिन पर बधाई दी। वहां पर यह एक न्यूज थी। वहां वह यह पोस्ट बहुत वायरल हुआ।
इसी प्रकार इजराइल के पीएम को हिब्रू भाषा में शुभकामनाएं दीं... वह भी वाइरल हुई। उसका जवाब हिन्दी में, धन्यवाद के रूप में आया। यह डिप्लोमेसी अच्छी है। विश्व परिवार के रूप में है और यह सोशल मीडिया एक कैटेलिस्ट के रूप में भूमिका अदा कर रहा है।
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