
आरिश सिंह ने ट्रंप की पहचान बन चुके मुस्लिम-विरोधी भाषण के खिलाफ प्रदर्शन किया था
वाशिंगटन:
डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली में 'नफरत रोको' का बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे जिस पगड़ीधारी सिख को रैली से जबरन बाहर निकाल दिया गया था, उसका कहना है कि उसकी योजना ट्रंप की दूसरी रैलियों में भी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की है। यह सिख व्यक्ति ट्रंप के मुस्लिम-विरोधी भाषणों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था।
स्थानीय अखबार 'लिटिल विलेज' के पूर्व संपादक और हास्य कलाकार आरिश सिंह को रविवार को आयोवा में ट्रंप की रैली से उस समय बाहर निकाल दिया गया था, जब उसने ट्रंप की पहचान बन चुके मुस्लिम-विरोधी भाषण को बैनर दिखाकर बाधित कर दिया था।
शिकागो निवासी सिंह ने सोमवार दोपहर को ट्वीट किया, 'मैं मुस्लिम नहीं हूं, लेकिन मुस्लिम-विरोधी कट्टरता के खिलाफ खड़े होने के लिए आपका मुस्लिम होना जरूरी नहीं है।' सिंह ने एक प्रकाशन को दिए साक्षात्कार में कहा, 'मैंने उन्हें रोक दिया। मैंने कहा, 'आप श्वेत वर्चस्ववादियों को क्यों पनाह देते हैं? हमें आयोवा में क्यों श्वेत वर्चस्ववादियों की अपीलें सुनाई दे रही हैं?'
सिंह ने कहा कि उन्होंने ट्रंप की ओर से की गई कुछ टिप्पणियों के कारण भाषण को बाधित करने का फैसला किया। इन टिप्पणियों में उनकी ओर से सभी मुस्लिम प्रवासियों को अमेरिका में प्रतिबंधित करना शामिल था। इन टिप्पणियों के साथ-साथ विदेशियों से भय और सिखों और मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ कट्टरता की घटनाएं बढ़ गई हैं। ट्रंप ने सिखों पर सीधे तौर पर हमला नहीं बोला है, लेकिन सिंह ने पिछले कुछ माह में मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ हुई घृणा अपराधों की कुछ घटनाओं की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ खड़ा होना सिखों की परंपरा है। फिर चाहे वह अन्याय कहीं भी क्यों न हो रहा हो। उन्होंने कहा कि वह आयोवा सिटी में ट्रंप की रैली के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।
स्थानीय अखबार 'लिटिल विलेज' के पूर्व संपादक और हास्य कलाकार आरिश सिंह को रविवार को आयोवा में ट्रंप की रैली से उस समय बाहर निकाल दिया गया था, जब उसने ट्रंप की पहचान बन चुके मुस्लिम-विरोधी भाषण को बैनर दिखाकर बाधित कर दिया था।
शिकागो निवासी सिंह ने सोमवार दोपहर को ट्वीट किया, 'मैं मुस्लिम नहीं हूं, लेकिन मुस्लिम-विरोधी कट्टरता के खिलाफ खड़े होने के लिए आपका मुस्लिम होना जरूरी नहीं है।' सिंह ने एक प्रकाशन को दिए साक्षात्कार में कहा, 'मैंने उन्हें रोक दिया। मैंने कहा, 'आप श्वेत वर्चस्ववादियों को क्यों पनाह देते हैं? हमें आयोवा में क्यों श्वेत वर्चस्ववादियों की अपीलें सुनाई दे रही हैं?'
सिंह ने कहा कि उन्होंने ट्रंप की ओर से की गई कुछ टिप्पणियों के कारण भाषण को बाधित करने का फैसला किया। इन टिप्पणियों में उनकी ओर से सभी मुस्लिम प्रवासियों को अमेरिका में प्रतिबंधित करना शामिल था। इन टिप्पणियों के साथ-साथ विदेशियों से भय और सिखों और मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ कट्टरता की घटनाएं बढ़ गई हैं। ट्रंप ने सिखों पर सीधे तौर पर हमला नहीं बोला है, लेकिन सिंह ने पिछले कुछ माह में मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ हुई घृणा अपराधों की कुछ घटनाओं की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ खड़ा होना सिखों की परंपरा है। फिर चाहे वह अन्याय कहीं भी क्यों न हो रहा हो। उन्होंने कहा कि वह आयोवा सिटी में ट्रंप की रैली के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।
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