
वरिष्ठ नेपाली नेता शेर बहादुर देउबा प्रधानमंत्री पद के इकलौते उम्मीदवार थे
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
मुख्य विपक्षी पार्टी ने संसद में व्यवधान खत्म करने पर सहमति जताई थी
नेपाली संसद में मंगलवार की दोपहर प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव हुए
देउबा 50 फीसदी से अधिक सदस्यों का समर्थन हासिल था
उन्हें 593 सदस्यीय संसद में 297 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी. नेपाली कांग्रेस और माओवादी सेंटर के गठबंधन के 287 सदस्य उनके साथ थे तथा 21 सीटों वाली चार अन्य पार्टियां का भी समर्थन हासिल था. देउबा की राह बहुत आसान मानी जा रही थी. बीते रविवार को प्रधानमंत्री पद का चुनाव स्थगित कर दिया गया था क्योंकि सीपीएन-यूएमएल ने एक वार्ड में फिर से चुनाव की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
बहरहाल, मुख्य विपक्षी पार्टी ने संसद में व्यवधान खत्म करने पर सहमति जताई. इसके साथ ही नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष देउबा का नेपाल का 40वां प्रधानमंत्री चुन लिया गया है.
सीपीएन-यूएमएल ने संसद को बाधित नहीं करने का फैसला किया था क्योंकि सत्तारूढ़ दलों ने शेष चार प्रांतों में 28 जून को स्थानीय निकाय का चुनाव और जनवरी, 2018 में संसदीय चुनाव कराने पर सहमति जताई थी.
देउबा को सीपीएन-माओएस्ट सेंटर, मधेशी पीपुल्स राइट फोरम डेमोक्रेटिक, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और अन्य छोटी पार्टियों का समर्थन हासिल था. माना जा रहा है कि देउबा कल अपनी कैबिनेट बनाएंगे जिसका विस्तार आगामी कुछ दिनों में किया जाएगा. कुछ मधेशी पार्टियों ने भी गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई है. अब दूसरे चरण के स्थानीय चुनाव को संपन्न कराने की जिम्मेदारी देउबा की होगी. (इनपुट भाषा से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं