बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़कर भारत चली आई थीं. इसके बाद वह यूरोप में शरण लेने की कोशिशों में लगी हुई थीं लेकिन सूत्रों की मानें तो ब्रिटेन उन्हें अपने देश में शरण देने का इच्छुक नहीं है. इसी बीच अब अमेरिका ने भी शेख हसीना के वीजा को रद्द कर दिया है. दोनों देशों द्वारा शरण न दिए जाने का घटनाक्रम ऐसी खबरों की बीच आया है जब कहा जा रहा है कि पश्चिम देश समेत अमेरिका उनको सत्ता से हटाना चाहता है. बता दें कि शेख हसीना फिलहाल गाजियाबाद के पास हिंडन एयरबेस पर हैं.
यूरोपीय देशों में शरण देख रहीं शेख हसीना
फिलहाल शेख हसीना यूरोपीय देशों में शरण के विकल्प देख रही हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिटेन उन्हें शरण देने का इच्छुक नहीं है. वहीं सूत्रों की मानें तो उनकी बहन रेहाना के पास ब्रिटेन की नागरिकता है और वह जल्द ही ब्रिटेन के लिए रवाना हो सकती हैं.
सेना ने की थी शेख हसीना को देश से बाहर निकालने की व्यवस्था
सोमवार को सेना ने शेख हसीना को ढाका से बाहर भेजने की व्यवस्था की थी क्योंकि उनकी आरक्षण नीतियों के खिलाफ सरकार विरोध प्रदर्शन काफी बढ़ गए थे और पिछले कई हफ्तों से उन पर इस्तीफा देने का दबाव बना रहे थे. विरोध प्रदर्शनों ने बांग्लादेश में हिंसक रूप ले लिया है और हाल ही के हफ्तों में इसमें 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. अपने इस्तीफे के कुछ घंटों बाद ही प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आवास पर धावा बोल दिया था और उनके आवास पर बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की थी.
सोमवार को भारत पहुंची थी शेख हसीना
सोमवार को भारत पहुंचने के बाद शेख हसीना ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और वरिष्ट सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की थी, जिन्होंने उन्हें पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया. भारतीय वायु सेना उनकी उड़ान पर नजर रखे हुआ था और उनकी यात्रा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए राफेल लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया था.
बांग्लादेश में अभी भी स्थिति अस्थीर
हालांकि, बांग्लादेश में अभी भी स्थिति अस्थीर बनी हुई है और सेना ने नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन किए जाने की घोषणा की है. मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में बताया कि हसीना ने अपने अचानक दिए इस्तीफे के बाद सुरक्षित यात्रा के लिए भारत से संपर्क किया था. राज्यसभा में सुओ मोटो स्टेटमेंट देते हुए एस जयशंकर ने कहा कि हसीना को "बहुत कम वक्त" में भारत यात्रा की मंजूरी मिल गई थी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कही ये बात
एस जयशंकर ने कहा, "5 अगस्त को कर्फ्यू के बाद भी प्रदर्शनकारी ढाका में इक्ट्ठा हो गए थे. हमारी समझ यह है कि सुरक्षा प्रतिष्ठान के नेताओं के साथ बैठक के बाद, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्पष्ट रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया. बहुत कम समय में, उन्होंने भारत आने के लिए मंजूरी मांगी थी. हमें बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान की मंजूरी के लिए एक अनुरोध भी मिला. वह कल शाम दिल्ली पहुंची."
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