पिछले दो महीने में रियाद पर यह हूती विद्रोहियों का दूसरा मिसाइल हमला है
रियाद:
यमन के शिया विद्रोहियों से लड़ रहे सऊदी के अगुवाई वाले गठबंधन ने कहा है कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा रियाद में दागी गई एक मिसाइल को उसने नष्ट कर दिया. इससे पहले यमन विद्रोहियों ने घोषणा की थी कि उन्होंने राजधानी में शाह सलमान के महल को निशाना बनाया. सऊदी अरब और अमेरिका ने ईरान पर आतंकवादियों को हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप लगाया है. रियाद ने इस नवीनतम मिसाइल को 'ईरानी हूती' करार दिया. सऊदी बजट जारी होने से महज कुछ समय पहले अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 10 बजकर 50 मिनट पर जबर्दस्त विस्फोट की आवाज सुनाई दी. शाह अमूमन अपने यमामाह महल से बजट की घोषणा करते हैं. सऊदी के सूचना मंत्रालय की शाखा सेंटर फोर इंटरनेशनल कम्युनिकेशन ने ट्वीट किया, 'गठबंधन के सैन्यबलों ने ईरानी-हूती मिसाइल को नष्ट किए जाने की पुष्टि की है.' उसने ट्विटर पर कहा, 'फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.' पिछले दो महीने में रियाद पर यह हूती विद्रोहियों का दूसरा मिसाइल हमला है. हुतियों ने 2014 में यमन की राजधानी पर कब्जा कर लिया था.
यह भी पढ़ें : यमन में विद्रोही शिविर पर हवाई हमला, 26 हुती लड़ाके मारे गए
हाल के इन हमलों से यह स्पष्ट रुप से परिलक्षित होता है कि यमन संघर्ष तेजी से सीमा के पार पहुंच रहा है. इन हमलों के बाद विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी की अगुवाई में गठबंधन सैन्यबल का अभियान तेज हो सकता है. 4 नवंबर को रियाद हवाई अड्डे को निशाना बनाकर पहला मिसाइल हमला किया गया था. इसके बाद यमन की सऊदी अरब द्वारा नाकेबंदी और कड़ी कर दी गई. यमन वैसे भी भुखमरी के कगार पर है. सऊदी अरब ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी ईरान पर विद्रोहियों को मिसाइल देने का आरोप लगाया है. ईरान ने इसका जबर्दस्त खंडन किया है.
यह भी पढ़ें : हूती विद्रोहियों ने यमन से रियाद की ओर दागी बैलिस्टिक मिसाइल, सऊदी सेना ने मार गिराया
गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेले ने इस बात का कथित सबूत पेश किया था कि पिछले महीने दागी गई मिसाइल ईरान में बनी थी और उन्होंने अपने सबूत को अकाट्य करार दिया था. हालांकि संयुक्त राष्ट्र जांच में किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाया कि मिसाइल किसी ईरानी आपूर्तिकर्ता द्वारा ही उपलब्ध कराया गया. जांच दल का कहना था कि बस कुछ डिजायन मिलते-जुलते हैं. सऊदी अरब की राजधानी के निवासियों ने तेज विस्फोट और धुंआ उठने की बात कही.
विदेशी श्रमिक टॉसम कोम्पिकन ने कहा, 'जब मुझे तेज आवाज सुनाई दी तब मैं अपने कार्यालय में था. अचानक 30-45 सेकंड के बाद मैंने दूसरी आवाज सुनी और हमने सफेद धुंआ देखा.' हूती विद्रोहियों ने पिछले महीने चेतावनी दी थी कि वे सऊदी अरब एवं संयुक्त अरब अमीरात में हवाई अड्डों, बंदरगाहों, सीमा चौकियों और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को अपना वैध लक्ष्य मानते हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह भी पढ़ें : यमन में विद्रोही शिविर पर हवाई हमला, 26 हुती लड़ाके मारे गए
हाल के इन हमलों से यह स्पष्ट रुप से परिलक्षित होता है कि यमन संघर्ष तेजी से सीमा के पार पहुंच रहा है. इन हमलों के बाद विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी की अगुवाई में गठबंधन सैन्यबल का अभियान तेज हो सकता है. 4 नवंबर को रियाद हवाई अड्डे को निशाना बनाकर पहला मिसाइल हमला किया गया था. इसके बाद यमन की सऊदी अरब द्वारा नाकेबंदी और कड़ी कर दी गई. यमन वैसे भी भुखमरी के कगार पर है. सऊदी अरब ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी ईरान पर विद्रोहियों को मिसाइल देने का आरोप लगाया है. ईरान ने इसका जबर्दस्त खंडन किया है.
यह भी पढ़ें : हूती विद्रोहियों ने यमन से रियाद की ओर दागी बैलिस्टिक मिसाइल, सऊदी सेना ने मार गिराया
गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेले ने इस बात का कथित सबूत पेश किया था कि पिछले महीने दागी गई मिसाइल ईरान में बनी थी और उन्होंने अपने सबूत को अकाट्य करार दिया था. हालांकि संयुक्त राष्ट्र जांच में किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाया कि मिसाइल किसी ईरानी आपूर्तिकर्ता द्वारा ही उपलब्ध कराया गया. जांच दल का कहना था कि बस कुछ डिजायन मिलते-जुलते हैं. सऊदी अरब की राजधानी के निवासियों ने तेज विस्फोट और धुंआ उठने की बात कही.
विदेशी श्रमिक टॉसम कोम्पिकन ने कहा, 'जब मुझे तेज आवाज सुनाई दी तब मैं अपने कार्यालय में था. अचानक 30-45 सेकंड के बाद मैंने दूसरी आवाज सुनी और हमने सफेद धुंआ देखा.' हूती विद्रोहियों ने पिछले महीने चेतावनी दी थी कि वे सऊदी अरब एवं संयुक्त अरब अमीरात में हवाई अड्डों, बंदरगाहों, सीमा चौकियों और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को अपना वैध लक्ष्य मानते हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं