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This Article is From Jun 04, 2011

यमन संकट : सालेह ने कहा, सही सलामत हैं वह

सना: यमन की राजधानी सना में शुक्रवार को राष्ट्रपति आवास पर हमले में घायल हुए राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह ने टेलीविजन पर जारी एक संक्षिप्त ऑडियो संदेश में कहा है कि वह सही सलामत हैं। यह जानकारी अलजजीरा ने दी। यमन की सरकारी समाचार एजेंसी सबा के अनुसार शुक्रवार को जिस समय राष्ट्रपति सालेह और उनकी सरकार के शीर्ष जुमे की नमाज अदा कर रहे थे तभी राष्ट्रपति आवास में बनी मस्जिद पर रॉकेट हमला हुआ था जिसमें उनके कम से कम तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए थे और कई अन्य शीर्ष अधिकारी घायल हो गए थे। अपने सम्बोधन में सालेह ने इस हमले के लिए कबायली लड़ाके सादिक अल-अहमार को दोषी ठहराया और सुरक्षा बलों से कबायली विद्रोहियों का मुकाबला करने को कहा है। इस हमले में सात लोग मारे गए और सालेह के अलावा  प्रधानमंत्री अली मोहम्मद मुजावर, संसद के स्पीकर याह्या अल-राय के साथ कई अन्य अधिकारी घायल हो गए। वेबसाइट 'बीबीसी डॉट को डॉट यूके' के अनुसार यमन में राष्ट्रपति के आवासीय परिसर की मस्जिद पर कम से कम दो गोले दागे गए। इस हमले में सालेह के भी घायल होने की खबर है हालांकि यह पता नहीं चल सका है कि उन्हें कितनी चोट आई है। विविध खबरों में कहा गया है कि उन्हें खरोंचे आई हैं या फिर उनके सिर या गर्दन में छर्रे लगे हैं। सालेह का सेना के अस्पताल में इलाज किया गया। समाचार चैनल 'अल अरबिया' ने खबर दी है कि संसद के स्पीकर राय की हालत नाजुक बनी हुई है। अधिकारियों ने दावा किया था कि सालेह जल्द ही जनता के सामने आएंगे लेकिन हमले के छह घंटे बाद भी ऐसा नहीं हुआ और सरकारी टेलीविजन पर सालेह का ऑडियो संदेश प्रसारित किया गया। इस संदेश में सालेह ने सुरक्षा बलों से शेख अहमार के कबायली गुट का मुकाबला करने को कहा है। सालेह ने कहा, "एक गैर कानूनी गुट की ओर से पेश की गई चुनौती से निपटने के लिए तत्पर होने वाले अपने देश के सशस्त्र और सुरक्षा बलों को मैं सलाम करता हूं। इस गुट का युवाओं की कथित क्रांति से कोई वास्ता नहीं है।" उन्होंने कहा, "हमारे सात अधिकारी शहीद हो गए हैं। हम सभी सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों से इन दोषियों को देर-सवेर पकड़ ही लेंगे।" इस ऑडियो संदेश में सालेह के काफी जोर-जोर से सांस लेने की आवाज सुनाई दे रही थी। हमले के बाद कुछ शुरूआती खबरों में कहा गया था कि सालेह इस हमले में मारे गए हैं लेकिन यमन के सरकारी टेलीविजन ने तत्काल इसका खंडन करते हुए कहा कि वह सही सलामत हैं। इस हमले से पहले सुरक्षा बलों ने हाशिद कबीले के नेता शेख सादिक अल-अहमार के भाई के आवास पर बमबारी की थी। अल-अहमार ने राष्ट्रपति आवास पर हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। उधर, सना के उत्तरी हसाबा जिले में पिछले सप्ताह से जबरदस्त लड़ाई जारी है। सना के दक्षिणी हिस्से में भी पहली बार धमाकों की आवाज सुनी गई है। दक्षिणी तायज शहर में सुरक्षा बलों और कबायलियों में संघर्ष में तीन सुरक्षाकर्मी और दो प्रदर्शनकारी मारे गए हैं। इस बीच यूरोपीय संघ ने अपने नागरिकों को यमन से निकालने की प्रक्रिया का प्रस्ताव पेश किया है जबकि फ्रांस और अमेरिका ने यमन में तत्काल संघर्ष विराम का अनुरोध किया है। उधर, यमन में दिन-ब-दिन बिगड़ते हालात को देखते हुए भारत सरकार ने वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों और नागरिकों की मदद के लिए शनिवार को हेल्पलाइन शुरू की। साथ ही उन्हें जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की सलाह दोहराई है। पश्चिमी और क्षेत्रीय ताकते सालेह से अनुरोध करते आ रही हैं कि वह खाड़ी सहयोग परिषद की मध्यस्थता से हुए समझौते पर दस्तखत कर दें। सालेह इसके लिए कई बार राजी हुए लेकिन हर बार मुकर गए।

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