राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खाद्य संकट को देखते हुए "महत्वपूर्ण योगदान" देने की बात कही है. इटली के प्रधान मंत्री मारियो द्राघी के साथ एक टेलीफोन कॉल में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा दिया जाता है, तो मास्को एक आसन्न खाद्य संकट को रोकने के लिए "महत्वपूर्ण योगदान" देने के लिए तैयार है. क्रेमलिन ने कॉल के बाद एक बयान में कहा, "व्लादिमीर पुतिन ने इस बात पर जोर दिया है कि रूसी संघ अनाज और उर्वरक के निर्यात के माध्यम से खाद्य संकट पर काबू पाने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है, जो पश्चिम द्वारा राजनीतिक रूप से प्रेरित प्रतिबंधों को हटाने के अधीन है." .
इसमें कहा गया है कि पुतिन ने "नेविगेशन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बात की, जिसमें अज़ोव और काला सागर के बंदरगाहों से नागरिक जहाजों के बाहर निकलने के लिए गलियारों को खोलना शामिल हैं, जो यूक्रेनी द्वारा बंद किए गए है."
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मारियो द्राघी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि "इस टेलीफोन कॉल का उद्देश्य यह पूछना था कि क्या यूक्रेन में डिपो में मौजूद गेहूं को अनब्लॉक करने के लिए कुछ किया जा सकता है." उन्होंने "ब्लैक सी पोर्ट्स को अनब्लॉक करने पर रूस और यूक्रेन के बीच सहयोग" का सुझाव दिया.
यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं. प्रतिबंधों और सैन्य कार्रवाई ने रूस और यूक्रेन दोनों से उर्वरक, गेहूं और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति बाधित कर दी है. दोनों देश वैश्विक गेहूं आपूर्ति का 30 प्रतिशत उत्पादन करते हैं.
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