रूस की अदालत ने विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी (Alexei Navalny) को 30 दिनों के लिए हिरासत में भेज दिया है. यह जानकारी नवलनी की प्रवक्ता कियरा यारमिश ने ट्विटर के माध्यम से दी. न्यायाधीश ने यह फैसला पुलिस परिसर में स्थापित अदालत में करीब एक घंटे की सुनवाई के बाद दिया. इस परिसर में विपक्षी नेता को मॉस्को हवाई अड्डे पर रविवार को गिरफ्तार करने के बाद रखा गया था. उल्लेखनीय है कि नवलनी को अगस्त में ‘नर्व एजेंट' (जहर) दिया गया था, जिसके चलते वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गये थे और उनका जर्मनी में उपचार हुआ था. वह करीब पांच महीने बाद जब रविवार शाम को बर्लिन से मॉस्को के शेरेमेत्येवो हवाई अड्डे लौटे तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया और उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया. नवलनी ने उन्हें जहर देने की घटना के लिए क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय) को जिम्मेदार ठहराया था. नवलनी की गिरफ्तारी की अमेरिका और यूरोपीय संघ के नेताओं ने आलोचना की है. इससे पहले से ही रूस और पश्चिमी देशों के साथ चल रहे तनाव में और वृद्धि हो गई है. जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने रेखांकित किया कि नवलनी अपनी इच्छा से स्वदेश लौटे थे.
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उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से समझ से परे है कि रूसी अधिकारियों ने उन्हें लौटते ही तुरंत हिरासत में ले लिया.'' मास ने कहा, ‘‘रूस अपने ही संविधान और कानून के राज एवं नगारिक अधिकारों की सुरक्षा के सिद्धांत से अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता से बंधा हुआ है.'' उन्होंने कहा, ‘‘यह सिद्धांत एलेक्सी नवलनी के मामले में भी लागू होता है. उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए.''
नवलनी की सहयोगी ने सोमवार को बताया कि उन्हें गिरफ्तार करने के बाद मॉस्को के बाहर बने पुलिस परिसर में रखा गया है और वकील से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है. नवलनी को हिरासत में रखा जाए या नहीं इस पर पर अदालत में सुनवाई करने के लिए पुलिस परिसर में जल्दबाजी में अदालत स्थापित की गई और विपक्षी नेता के वकीलों ने बताया कि उन्हें महज कुछ मिनट पहले इसकी जानकारी दी गई.
अस्थायी अदालत कक्ष में रिकॉर्ड वीडियो में नवलनी ने कहा, ‘‘यहां जो हो रहा है वह समझ से परे है.'' उन्होंने यह वीडियो अपने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर साझा किया है. उन्होंने कहा, ‘‘अराजकता यहां अपने चरम पर है.'' यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सला वोन डेर लियेन, संयुक्त राष्ट्र मानवधिकार आयुक्त कार्यालय, ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब और यूरोपीय संघ के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने नवलनी को तुरंत रिहा करने की मांग की है. अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित जो बाइडन के अगले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के लिए नामांकित जैक सुलिवियन ने भी रूसी अधिकारियों से नवलनी को रिहा करने की मांग की.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘माननीय नवलनी को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और उनके जीवन पर हमला करने वालों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए.'' अमेरिका के निर्वतमान विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, ‘‘अमेरिका नवलनी को गिरफ्तार करने के फैसले की कड़ी निंदा करता है. यारमिश ने ट्विटर पर कहा, ‘‘न्यायाधीश ने नवलनी को 15 फरवरी तक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है.'' नवलनी के वकील वादिम कोबजेव ने इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी को बताया कि अभियोजन की फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना है.
उल्लेखनीय है कि नवलनी की गिरफ्तारी की आशंका पहले से ही थी क्योंकि रूस के कारागार विभाग ने कहा था कि धोखाधड़ी के मामले में 2014 में दोषी करार दिए गए नवलनी ने स्थगित सजा के पैरोल नियमों का उल्लंघन किया है. कारागार विभाग ने कहा कि वह मांग करेगा कि नवलनी को बाकी बची साढ़े तीन साल की सजा काटने के लिए कारावास भेजा जाए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं