लंदन:
ब्रिटेन के रायल एयर फोर्स को ब्रिटिश हवाई क्षेत्र के निकट रूस के दो ब्लैकजैक बमवर्षक विमानों को रोकने के लिए अपने टायफून लड़ाकू विमानों को तैनान करना पड़ा.
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के अनुसार इन लड़ाकू विमानों को गुरुवार को 'ऐहतियाती कदम' के तौर पर स्कॉटलैंड के लोसीमाउथ तथा इंग्लैंड के लिंकोनशायर स्थित हवाई ठिकानों से रवाना किया गया. रूसी विमान नार्वे की ओर उड़े थे और ब्रिटेन के शेटलैंड द्वीपों के पश्चिमी भाग से होकर गुजरे थे.
रॉयल एयरफोर्स के एक प्रवक्ता ने बताया, 'त्वरित कदम उठाते हुए टायफून विमान को लोसीमाउथ हवाई ठिकाने से अलर्ट किया गया और इसने दो रूसी ब्लैकजैक बमवर्षक विमानों को रोका तथा ब्रिटेन के हित वाले इलाके से बाहर निकाला.' इस तरह की घटना फरवरी में हुई थी जब इंग्लैंड के लिंकोनशायर हवाई अड्डे से लड़ाकू विमान को भेजा गया था.
पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में भी रूसी विमानों को रोकने के लिए ब्रिटेन ने अपने लड़ाकू विमान भेजे थे. उस वक्त रूसी विमान उत्तरी सागर के ऊपर उड़ रहे थे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के अनुसार इन लड़ाकू विमानों को गुरुवार को 'ऐहतियाती कदम' के तौर पर स्कॉटलैंड के लोसीमाउथ तथा इंग्लैंड के लिंकोनशायर स्थित हवाई ठिकानों से रवाना किया गया. रूसी विमान नार्वे की ओर उड़े थे और ब्रिटेन के शेटलैंड द्वीपों के पश्चिमी भाग से होकर गुजरे थे.
रॉयल एयरफोर्स के एक प्रवक्ता ने बताया, 'त्वरित कदम उठाते हुए टायफून विमान को लोसीमाउथ हवाई ठिकाने से अलर्ट किया गया और इसने दो रूसी ब्लैकजैक बमवर्षक विमानों को रोका तथा ब्रिटेन के हित वाले इलाके से बाहर निकाला.' इस तरह की घटना फरवरी में हुई थी जब इंग्लैंड के लिंकोनशायर हवाई अड्डे से लड़ाकू विमान को भेजा गया था.
पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में भी रूसी विमानों को रोकने के लिए ब्रिटेन ने अपने लड़ाकू विमान भेजे थे. उस वक्त रूसी विमान उत्तरी सागर के ऊपर उड़ रहे थे.
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