यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच रूस ने शनिवार को अपनी जिरकोन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण की घोषणा की. ये घोषणा उस वक्त की गई जब मास्को ने यूक्रेन पर हमले बढ़ा दिए हैं. इस संबंध में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मिसाइल को बैरेंट्स सी में तैनात एडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट से दागा गया था, जिसने आर्कटिक में व्हाइट सी में 1,000 किलोमीटर (625 मील) दूर स्थित लक्ष्य को "सफलतापूर्वक" भेदा. मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण "नए हथियारों के परीक्षण" के चल रहे हिस्से के रूप में किया गया था.
अक्टूबर 2020 में किया गया था परीक्षण
बता दें कि पहला आधिकारिक जिरकोन परीक्षण अक्टूबर 2020 में किया गया था, जिसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने "महान घटना" के रूप में बताया था. अब अन्य परीक्षण भी उसी फ्रिगेट और जलमग्न पनडुब्बी से हुए हैं. बता दें कि उक्त हाइपरसोनिक हथियार का नवीनतम परीक्षण तब हुआ है, जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब रूस ने आक्रामक रूप अख्तियार कर लिया है.
बता दें कि नया हथियार ध्वनि की गति से पांच से दस गुना के बीच की तेज गति से पहुंच सकता है. इसकी अधिकतम सीमा लगभग 1,000 किलोमीटर है. राष्ट्रपति पुतिन ने मिसाइलों का रूस के शस्त्रागार में नए "अजेय" हथियारों के परिवार के रूप में वर्णन किया है.
इंटरसेप्ट करना अधिक कठिन
गौरतलब है कि 2018 में पुतिन द्वारा अनावरण की गई नई पीढ़ी-हथियार, पारंपरिक हथियारों की तुलना में मिसाइल रक्षा प्रणालियों द्वारा ट्रैक और इंटरसेप्ट करना अधिक कठिन है, क्योंकि उनकी गति के कारण उन्हें अपने लक्ष्य की ओर कम ऊंचाई पर लॉन्च किया जाता है.
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