![रोहिंग्या शरणार्थियों का म्यांमार से बांग्लादेश आने का सिलसिला थमा रोहिंग्या शरणार्थियों का म्यांमार से बांग्लादेश आने का सिलसिला थमा](https://i.ndtvimg.com/i/2017-09/rohingya-crisis-reuters_650x400_61506083919.jpg?downsize=773:435)
रोहिंग्या शरणार्थियों का म्यांमार से भागकर बांग्लादेश आने का सिलसिला फिलहाल थम गया है.
ढाका:
म्यांमार में हिंसा के कारण पलायन कर बांग्लादेश पहुंचे रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यक शरणार्थियों की संख्या लगभग 430,000 पर स्थिर हो गई है. संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने यह जानकारी शनिवार को दी.
एफे न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटर सेक्टर कोऑर्डिनेशन ग्रुप ने आंकड़ा जारी करते हुए एक बयान में कहा कि गुरुवार को जारी नवीनतम रिपोर्ट के बाद से इस संख्या में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. उस समय तक 429,000 रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश पहुंचे थे.
यह भी पढ़ें : बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए 700 टन राहत सामग्री भेज रहा भारत
शरणार्थियों का प्रवाह भले ही रुक गया है, लेकिन बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय ने पहले कहा था कि आने वाले हफ्तों में 200,000 या 300,000 तक शरणार्थियों की संख्या बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि हजारों रोहिंग्या म्यांमार से बांग्लादेश सीमा पार करने के लिए इंतजार कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें : रोहिंग्या समुदाय की त्रासदी : कैसा लगेगा, यदि आपके पैरों तले से जमीन खींच ली जाए?
कई सरकारी चौकियों पर रोहिंग्या विद्रोहियों के हमले के बाद म्यांमार सेना ने 25 अगस्त के बाद राखिने क्षेत्र में एक आक्रामक अभियान शुरू किया जिसके बाद रोहिंग्या लोगों का पलायन शुरू हुआ. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त ने कहा था कि म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय की 'नस्लीय सफाई' हो सकती है.
VIDEO : म्यांमार से पलायन
गैर सरकारी संस्थाओं ने म्यांमार में मानव अधिकारों के उल्लंघन की निंदा की और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने म्यांमार सरकार पर सेना के ऑपरेशन को रोकने को लेकर दबाव भी बढ़ा दिया है.
(इनपुट आईएएनएस से)
एफे न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटर सेक्टर कोऑर्डिनेशन ग्रुप ने आंकड़ा जारी करते हुए एक बयान में कहा कि गुरुवार को जारी नवीनतम रिपोर्ट के बाद से इस संख्या में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. उस समय तक 429,000 रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश पहुंचे थे.
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शरणार्थियों का प्रवाह भले ही रुक गया है, लेकिन बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय ने पहले कहा था कि आने वाले हफ्तों में 200,000 या 300,000 तक शरणार्थियों की संख्या बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि हजारों रोहिंग्या म्यांमार से बांग्लादेश सीमा पार करने के लिए इंतजार कर रहे हैं.
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कई सरकारी चौकियों पर रोहिंग्या विद्रोहियों के हमले के बाद म्यांमार सेना ने 25 अगस्त के बाद राखिने क्षेत्र में एक आक्रामक अभियान शुरू किया जिसके बाद रोहिंग्या लोगों का पलायन शुरू हुआ. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त ने कहा था कि म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय की 'नस्लीय सफाई' हो सकती है.
VIDEO : म्यांमार से पलायन
गैर सरकारी संस्थाओं ने म्यांमार में मानव अधिकारों के उल्लंघन की निंदा की और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने म्यांमार सरकार पर सेना के ऑपरेशन को रोकने को लेकर दबाव भी बढ़ा दिया है.
(इनपुट आईएएनएस से)
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