बिजली संकट और ब्लैकआउट का सामना कर रहे श्रीलंका को बुधवार को फौरी राहत मिली. भारत ने वित्तीय संकट से जूझ रहे श्रीलंका को ईंधन खरीद के वित्तपोषण के लिए 50 करोड़ डॉलर का कर्ज देने का ऐलान किया.
आर्थिक संकट की वजह से श्रीलंका में थर्मल पावर जनरेटर ठीक ढंग से चल नहीं पा रहे हैं, जिससे बिजली संकट खड़ा हो गया है और ट्रांसपोर्ट नेटवर्क में भी बाधा आ रही है. कोयला आधारित पावर प्लांट में बार-बार ब्रेकडाउन से अघोषित बिजली कटौती का लोगों को सामना करना पड़ रहा है.
अधिकारियों ने कहा कि दो हफ्तों की बातचीत के बाद बुधवार को एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इससे पहले, हाल ही में भारत ने श्रीलंका को 91.5 करोड़ डॉलर का विदेशी मुद्रा सहयोग दिया था.
एक भारतीय राजनयिक ने कहा कि जरूरी खाद्य पदार्थों और दवाओं के तत्काल आयात के लिए एक अरब डॉलर की क्रेडिट लाइन पर भारत से बातचीत चल रही है.
अधिकारी ने कहा, "श्रीलंका के लिए भारतीय आपूर्तिकर्ताओं से पेट्रोलियम उत्पाद खरीदने के लिए यह 50 करोड़ डॉलर दिए गए हैं."
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में चावल, वाहन के कलपुर्जों और सीमेंट की कमी भी देखी जा रही है. खाद्य पदार्थों की किल्लत भी देखने को मिल रही है. इस कमी की वजह से खाद्य मुद्रास्फीति पिछले महीने बढ़कर रिकॉर्ड 25 प्रतिशत पर पहुंच गई है.