भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान आएंगे और करीब
भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का समूह क्वाड साल-दर-साल मजबूत बढ़ रहा है. चारों देशों के बीच आपसी सहयोग का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. इस साल कैंसर मूनशॉट से लेकर नई सौर परियोजनाओं तक में आपसी सहयोग को लेकर प्रतिबद्धता जताई गई. क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेलावेयर में अपने गृहनगर विलमिंगटन में शनिवार को की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भाग लिया. क्वाड नेताओं की बैठक के बाद संयुक्त रूप से जारी एक घोषणा पत्र में कहा गया कि चार देशों का यह समूह अच्छे मकसद से बनाया गया है.
- क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चार प्रमुख समुद्री लोकतांत्रिक देशों के रूप में हम इस गतिशील क्षेत्र में उस शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए स्पष्ट रूप से खड़े हैं, जो वैश्विक सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए अनिवार्य है. उन्होंने चीन का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि समूह किसी भी ऐसी अस्थिरकारी या एकतरफा कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करता है, जो बल या दबाव के जरिए यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है.
- UNSC में रिफॉर्म पर सहमति: क्वाड समूह के नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करने पर भी सहमति जताई. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता की स्थायी और अस्थायी श्रेणियों में विस्तार के माध्यम से इसे अधिक प्रतिनिधि, समावेशी, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की तत्काल आवश्यकता को मान्यता दी है.
- लॉजिस्टिक्स नेटवर्क पायलट प्रोजेक्ट: क्वाड इंडो-पैसिफिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क पायलट प्रोजेक्ट, हमारे देशों के बीच साझा एयरलिफ्ट क्षमता को आगे बढ़ाने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं से नागरिकों की सुरक्षा दिशा में आपसी सहयोग को बढ़ाएंगे. हम सामूहिक रसद शक्तियों का लाभ उठाने की ओर कदम बढ़ाएंगे.
- क्वाड कैंसर मूनशॉट : क्वाड कैंसर मूनशॉट इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में जीवन बचाने के लिए एक अभूतपूर्व साझेदारी है. 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' विजन की भावना पर बल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'क्वाड कैंसर मूनशॉट' पहल के लिए 7.5 मिलियन डॉलर के सैंपलिंग किट्स, डिटेक्शन किट्स और वैक्सीन्स में सहयोग करने की घोषणा की.
- WHO के डिजिटल स्वास्थ्य को सहयोग: भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन की डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक पहल में 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर के योगदान के माध्यम से कैंसर की जांच, देखभाल और निरंतरता के लिए डीपीआई पर क्षेत्र के इच्छुक देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा.
- भविष्य की क्वाड पोर्ट्स पार्टनरशिप: इस साझेदारी के तहत इंडो-पैसिफिक में टिकाऊ और लचीले बंदरगाह बुनियादी ढांचे के विकास का समर्थन करने के लिए क्वाड देश सामूहिक विशेषज्ञता का उपयोग करेंगे. भारत भविष्य की भागीदारी सम्मेलन के उद्घाटन क्वाड पोर्ट्स की मेजबानी करेगा, जो इंडो-पैसिफिक में टिकाऊ और लचीले बंदरगाह बुनियादी ढांचे के विकास का समर्थन करने के लिए क्वाड की विशेषज्ञता का उपयोग करेगा.
- 40 मिलियन एचपीवी वैक्सीन कराएगा उपलब्ध : भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने गैवी और क्वाड के साथ साझेदारी में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए 40 मिलियन एचपीवी वैक्सीन खुराक के ऑर्डर का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई है.
- छात्रवृत्ति की नई श्रेणी की घोषणा: भारत ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की नई श्रेणी की घोषणा की, जो उन्हें भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित तकनीकी संस्थान में 4 वर्षीय स्नातक स्तर के इंजीनियरिंग कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाएगी.
- अंतरिक्ष से लेकर सौर परियोजनाओं में मदद : मॉरीशस के लिए अंतरिक्ष-आधारित वेब पोर्टल: अंतरिक्ष क्षेत्र में क्वाड की गतिविधियों के हिस्से के रूप में भारत, मॉरीशस के लिए एक अंतरिक्ष-आधारित वेब पोर्टल स्थापित कर रहा है, ताकि मौसम की घटनाओं और जलवायु प्रभावों की निगरानी में सहायता मिल सके. भारत फिजी, कोमोरोस, मेडागास्कर और सेशेल्स में नई सौर परियोजनाएं स्थापित करने में 2 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा.
- हिंद-प्रशांत समुद्री क्षेत्र जागरूकता : क्वाड भागीदारों ने इंडो-पैसिफिक में प्रशिक्षण के लिए समुद्री पहल (MAITRI) शुरू करने पर सहमति व्यक्त की, ताकि इंडो-पैसिफिक भागीदारों को हिंद-प्रशांत समुद्री क्षेत्र जागरूकता (IPMDA) और अन्य क्वाड पहलों के माध्यम से प्रदान किए गए उपकरणों का अधिकतम उपयोग करने में सक्षम बनाया जा सके. भारत 2025 में (भारत की क्वाड प्रेसीडेंसी के दौरान) उद्घाटन MAITRI कार्यशाला की मेजबानी करेगा.