
शिकागो:
अमेरिका के एक संघीय अधिकारी ने कहा है कि यदि मुम्बई हमलों का दोषी डेविड हेडली सरकारी पक्ष के साथ अपने समझौते से मुकरता है तो लश्कर-ए-तैयबा के इस पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकवादी को अब भी भारत को सौंपे जाने की कुछ संभावना है।
कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी गैरी एस शैपिरो ने संवाददाताओं से कहा कि यदि हेडली भविष्य की किसी जांच में अमेरिका सरकार या किसी विदेशी सरकार का सहयोग नहीं करता है और वह अपने वायदे से मुकरता है तो यह अपराध कबूल करते समय अमेरिका सरकार के साथ उसके द्वारा किए गए समझौते का उल्लंघन होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में उसके द्वारा किया गया समझौता (जिसके तहत उसे प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता) खत्म हो जाएगा। इसके बाद हेडली भारत-अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के दायरे में आ सकता है ।
कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी गैरी एस शैपिरो ने संवाददाताओं से कहा कि यदि हेडली भविष्य की किसी जांच में अमेरिका सरकार या किसी विदेशी सरकार का सहयोग नहीं करता है और वह अपने वायदे से मुकरता है तो यह अपराध कबूल करते समय अमेरिका सरकार के साथ उसके द्वारा किए गए समझौते का उल्लंघन होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में उसके द्वारा किया गया समझौता (जिसके तहत उसे प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता) खत्म हो जाएगा। इसके बाद हेडली भारत-अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के दायरे में आ सकता है ।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
डेविड हेडली, 26/11, मुंबई हमला, हेडली को सजा, हेडली का प्रत्यर्पण, David Headley, Mumbai Attack, David Headley Extradition