पीएम मोदी की यात्रा से पहले अबू धाबी में भारी बारिश, 'अहलान मोदी' कार्यक्रम पर असर

अहलान मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले 35 लाख भारतीयों में से 60 हज़ार से अधिक भारतीयों ने खुद को ऑनलाइन रजिस्टर किया है, लेकिन बाद में इस आयोजन को छोटा करने का फ़ैसला किया गया और इसमें करीब 35 से 40 हजार भारतीय ही हिस्सा ले पाएंगे.

पीएम मोदी की यात्रा से पहले अबू धाबी में भारी बारिश, 'अहलान मोदी' कार्यक्रम पर असर

UAE के दौरे पर पीएम मोदी...

संयुक्त अरब अमीरात के अपने दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आबू धाबी में अहलान मोदी (Ahlan Modi) नाम से आयोजित किए गए सामुदायिक कार्यक्रम में शामिल होंगे. यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं. अहलान अरबी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब होता है हेलो या नमस्ते. अहलान मोदी विदेशी धरती पर पीएम मोदी के सबसे बड़े सामुदायिक कार्यक्रमों में एक है. वैसे ही जैसे 2019 में अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में हाउडी मोदी या फिर 2014 में न्यूयार्क के मैडिसन स्क्वायर में सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें भारतीय मूल के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया था. इस तरह के आयोजन का मकसद विदेशों में रहने वाले भारतीय या भारतीय मूल के लोगों के साथ पीएम मोदी का सीधा संवाद होता है. 

करीब 35 से 40 हजार भारतीय ले पाएंगे हिस्सा

अहलान मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले 35 लाख भारतीयों में से 60 हज़ार से अधिक भारतीयों ने खुद को ऑनलाइन रजिस्टर किया है, लेकिन बाद में इस आयोजन को छोटा करने का फ़ैसला किया गया और इसमें करीब 35 से 40 हजार भारतीय ही हिस्सा ले पाएंगे. इसके पीछे की वजह यूएई का मौसम बताया गया है. यूएई में सोमवार रात को भारी बारिश हुई है. इससे चारों तरफ पानी ही पानी नजर आया. जलभराव के चलते ट्रैफिक जाम की समस्या भी देखने को मिल रही है.

भारी बारिश का कार्यक्रम पर असर

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जायेद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में जहां ये आयोजन किया जाना है, वहां भी बारिश ने भारी खलल डाला है. तैयारियों पर भी इसका असर पड़ा. मौसम इस तरह ख़राब हुआ कि यूएई के मानव संसाधन मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट कर कंपनियों से कहा कि वो खुले में काम कर रहे कामगारों का पूरी तरह ख़्याल रखें. अगर कामगारों का काम करना बहुत ज़रूरी हो तो उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने संबंधी तमाम जरूरी कदम उठाएं. आबू धाबी में आमतौर पर इस तरह से बारिश नहीं होती है, लेकिन अब इस तरह की बारिश हो रही है तो फिर अलहान मोदी कार्यक्रम पर भी इसका असर पड़ सकता है.