रूस के मॉस्को में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे, तब 'मोदी, मोदी' के नारे कई बार सुनाई दिये. हर बार पीएम मोदी के चेहरे पर इस दौरान मुस्कान भी देखी गई. इस दौरान पीएम मोदी ने एक ऐसी लाइन कही, जिसे सुनकर पूरा ऑडिटोरियम तालियों की आवाज से गूंज उठा. इसके बाद लोगों ने जोर-जोर से "मोदी, मोदी" के नारे लगने लगे.
हर चुनौती को चुनौती देने में भारत सबसे आगे
भारत के विकास की गति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आज ग्लोबल इकोनॉमी की वृद्धि में 15 प्रतिशत भारत की हिस्सेदारी है. आने वाले समय में इसका और ज्यादा विस्तार होना तय है. वैश्विक गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन तक हर चुनौती को चुनौती देने में भारत सबसे आगे रहेगा. मेरे तो डीएनए में है चुनौती को चुनौती देना. भारत आने वाले वर्षों में वैश्विक विकास का एक नया अध्याय लिखेगा."
आज का युवा भारत आखिरी बॉल तक हार नहीं मानता
भारतीयों के आत्मविश्वास की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप में... मुझे पक्का विश्वास है यहां भी लोगों ने भारतीय टीम की जीत को सेलिब्रेट किया होगा. वर्ल्ड कप को जीतने की असली स्टोरी, जीत की यात्रा भी है. आज का युवा और आज का युवा भारत आखिरी बॉल और आखिरी पल तक हार नहीं मानता है. विजय उन्हीं के कदम चूमती है, जो हार मानने के लिए तैयार नहीं होते हैं. ये भावना सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है, बल्कि दूसरे खेलों में भी दिख रही है. बीते सालों में हम इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में हमारे एथलीट्स ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किये हैं. इस बार पेरिस ओलंपिक में भी भारत की तरफ से एक शानदार टीम भेजी जा रही है. आप देखिएगा, पूरी टीम और सारे एथलीट्स कैसे अपना दम दिखाएंगे. भारत की युवाशक्ति का यही आत्मविश्वास भारत की असली पूंजी है."
ये भी पढ़ें :- जब PM मोदी ने रूस में '3' के नंबर से बताया अपना पूरा वर्क प्लान
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं