- इजरायल और हमास के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में मिस्र के रिसॉर्ट में शांति वार्ता सोमवार से शुरू हुई है.
- ट्रंप की शांति योजना के अनुसार हमास का निरस्त्रीकरण और गाजा पर शासन को लेकर अनिश्चितताएं बनी हुई हैं.
- इजरायल ने ट्रंप के बमबारी रोकने के निर्देश के बावजूद गाजा पर हवाई हमले जारी रखे, जिसमें 19 लोग मारे गए.
इजरायल और हमास के अधिकारियों के बीच सोमवार से वार्ता शुरू हो गई है. अमेरिका की तरफ से तैयार शांति प्रस्ताव पर यह वार्ता मिस्र के एक रिसॉर्ट में शुरू हुई है. गाजा में युद्ध दूसरे साल में दाखिल हो गया है और ऐसे में सबकी नजरें बस इसी बात पर लगी हैं कि इस वार्ता का नतीजा क्या होगा.
ट्रंप ने बनाया शांति का प्लान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पिछले दिनों गाजा में शांति के लिए एक योजना पेश की गई थी. हालांकि इसके बारे में अभी कई अनिश्चितताएं बनी हुई हैं. हमास का निरस्त्रीकरण, इस शांति प्रस्ताव को मुश्किल बना रहा है. यह इजरायल की एक प्रमुख मांग है. वहीं गाजा पर किसका शासन होगा, इसे लेकर भी अनिश्चितता बरकरार है. ट्रंप ने संकेत दिया है कि गाजा पर एक समझौता मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया का मार्ग प्रशस्त कर सकता है जो इस क्षेत्र को नया रूप दे सकता है.
इजरायल के हमले जारी
ट्रंप की तरफ से इजरायल को बमबारी रोकने का आदेश देने के बावजूद, इजरायल ने गाजा पर हवाई हमले जारी रखे. पिछले 24 घंटों में हमलों में कम से कम 19 लोग मारे गए, क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है. एक मिस्र के अधिकारी ने बताया कि सोमवार दोपहर लाल सागर के शर्म अल-शेख रिसॉर्ट में वार्ता शुरू हुई. अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बात की क्योंकि उन्हें वार्ता के बारे में सार्वजनिक रूप से बोलने का अधिकार नहीं था.
ट्रंप के दामाद वार्ता का हिस्सा
इजरायल का नेतृत्व शीर्ष वार्ताकार रॉन डर्मर कर रहे हैं, जबकि खलील अल-हय्या हमास प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. हमास ने कहा कि वार्ता युद्धविराम के पहले चरण पर केंद्रित होगी. इसमें इजरायल की सेनाओं की आंशिक वापसी और इजरायली हिरासत में फिलिस्तीनी कैदियों के बदले गाजा में बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई शामिल है. मिस्र के सरकारी समाचार पत्र अल-अहराम की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जेरार्ड कुशनर के भी वार्ता में शामिल होने की उम्मीद है.
तीन दिन के अंदर बंधकों की रिहाई
शांति के लिए यह नई कोशिश, हमास की तरफ से अमेरिकी योजना के कुछ तत्वों को स्वीकार करने के बाद है, जिसका इजरायल ने भी समर्थन किया है. इस योजना के तहत, हमास शेष 48 बंधकों को तीन दिनों के भीतर रिहा कर देगा, जिनमें से लगभग 20 के जीवित होने की संभावना है. वह सत्ता छोड़ देगा और निरस्त्रीकरण करेगा. मिस्र में वार्ता तेजी से आगे बढ़ने की उम्मीद है. नेतन्याहू ने कहा कि यह 'अधिकतम कुछ दिनों तक सीमित' रहेगी, हालांकि कुछ हमास अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मलबे में दबे बंधकों के शवों को खोजने में और समय लग सकता है.
ट्रंप को नोबेल शांति की वकालत
7 अक्टूबर 2023 के हमले में हमास के आतंकियों ने 251 लोगों का अपहरण कर लिया और करीब 1,200 लोगों की हत्या कर दी जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे. ज़्यादातर इजरायली बंधकों को युद्धविराम या अन्य समझौतों के तहत रिहा कर दिया गया है. इस बीच, इजरायली बंधकों के परिवारों ने नोबेल पुरस्कार समिति से ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग की, जिसे उन्होंने वैश्विक शांति में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए बताया.
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