साल्वाडोर (El Salvador) के एक नागरिक और उसकी दो साल की बेटी की हैरान कर देने वाली तस्वीर ने दुनिया को हिला दिया है. पिता-बेटी दोनों मेक्सिको की रियो ग्रेनेड नदी से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दोनों फिसलकर गिर गए और उनकी मौत हो गई. इस घटना से दुनिया भर में गुस्सा है कि किस तरह शरणार्थी अपनी जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं.
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25 वर्षीय ऑस्कर मार्टिनेज रमायरेज अपनी 21 साल की पत्नी और बेटी के साथ अल साल्वाडोर से भागकर रविवार को जोखिम लेकर मेक्सिको से अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे.
रमायरेज अपनी नन्ही सी बेटी को पीठ पर लादे हुए थे. नदी पार करते वक्त बेटी को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने उसे अपनी टी-शर्ट के अंदर रखा हुआ था. लेकिन नदी की तेज धाराओं में दोनों बह गए और डूब गए. हालांकि उनकी पत्नी खुद को बचा पाने में कामयाब रही और किसी तरह से नदी के किनारे तक पहुंच गई.
दोनों लाशें सोमवार को मेक्सिको के टमौलीपास राज्य के माटामोरस से बरामद हुईं.
पिता-पुत्री की लाशें पानी में औंधें मुंह पड़ी हुईं थीं और फोटो सामने आने के बाद से आल साल्वाडोर और मेक्सिको में काफी रोष है. शरणार्थियों के साथ खराब रवैये को लेकर वहां की सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है.
पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रपति पद संभालने वाले अन्द्रेस मैन्युअल लोपेज़ ओब्रादोर ने शरणार्थियों के अधिकारों की रक्षा करने का प्रण लिया था. लेकिन तब उन्हें कड़ी आलोचना का शिकार करना पड़ा जब एएफपी पत्रकार ने रियो ग्रेनेड में दो महिलाओं और एक लड़की को बलपूर्वक हिरासत में लेते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की तस्वीरें साझा की थीं.
दिल दहला देने वाली पिता-पुत्र की तस्वीर को लेकर साल्वाडोर के विदेश मंत्री एलेक्जेंडर हिल ने कहा, "हमारा देश फिर से शोक में है. मैं सभी परिवारों और अभिभावकों से प्रार्थना करता हूं कि अपनी जिंदगी को जोखिम में न डालें. जिंदगी कई गुना कीमती है."
हिल ने यह भी बताया कि सरकार मेक्सिको से मृतकों के शव को लौटाने पर बातचीत कर रही है. वहीं, राष्ट्रपति अन्द्रेस मैन्युअल लोपेज़ ओब्रादोर ने परिवार को वित्तीय मदद का आश्वासन दिया है.
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