विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने शनिवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का विस्तार और उसमें एक स्थायी सीट पाना भारत की शीर्ष प्राथमिकता है. उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद के तहत अंतर-सरकारी प्रक्रियाओं और दस्तावेज आधारित बातचीत पर जोर रहेगा.
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 76 वें सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद श्रृंगला ने संवाददाताओं से कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान संयुक्त राष्ट्र को विस्तारित करने की दिशा में काम करना जारी रखेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘यूएनएसी में एक स्थायी सीट और सुरक्षा परिषद में विस्तार भारत की शीर्ष प्राथमिकता बनी हुई है. ''
विदेश सचिव ने कहा कि भारत की भावनाओं को साझा करने वाले कई देशों द्वारा उसकी उम्मीदवारी (यूएनएससी की स्थायी सीट के लिए) को समर्थन मिला है.
नियम आधारित व्यवस्था पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा , ‘‘क्वाड (चार देशों का समूह) नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए है. क्वाड स्वतंत्र, खुला, पारदर्शी, समावेशी, समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का पक्षधर है.''
यह भी पढ़ेंः
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं