इस्लामाबाद:
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख अहमद शूजा पाशा का कार्यकाल नहीं बढ़ाने जाने की संभावना है। उनका कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा है।
माना जा रहा है कि सरकार की ओर से उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाने का फैसला सेना और असैन्य सरकार के बीच टकराव की स्थिति के कारण हो सकता है। यह विवाद मेमोगेट विवाद के कारण खड़ा हुआ था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पाशा का कार्यकाल बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। उनका कार्यकाल दो बार बढ़ाया जा चुका है। मार्च, 2010 में ही उनका कार्यकाल खत्म होने वाला था।
कराची कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद जहीरुल इस्लाम 59 साल के पाशा का स्थान ले सकते हैं। पाशा 18 मार्च को सेवानिवृत्त होंगे।
इस्लाम की दावेदारी प्रबल मानी जा रही है क्योंकि वह पहले आईएसआई के साथ जुड़ चुके हैं। वह आईएसआई की आंतरिक शाखा के प्रमुख रहे थे।
उधर, प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी फैसला ‘उचित समय’ पर किया जाएगा।
माना जा रहा है कि सरकार की ओर से उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाने का फैसला सेना और असैन्य सरकार के बीच टकराव की स्थिति के कारण हो सकता है। यह विवाद मेमोगेट विवाद के कारण खड़ा हुआ था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पाशा का कार्यकाल बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। उनका कार्यकाल दो बार बढ़ाया जा चुका है। मार्च, 2010 में ही उनका कार्यकाल खत्म होने वाला था।
कराची कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद जहीरुल इस्लाम 59 साल के पाशा का स्थान ले सकते हैं। पाशा 18 मार्च को सेवानिवृत्त होंगे।
इस्लाम की दावेदारी प्रबल मानी जा रही है क्योंकि वह पहले आईएसआई के साथ जुड़ चुके हैं। वह आईएसआई की आंतरिक शाखा के प्रमुख रहे थे।
उधर, प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी फैसला ‘उचित समय’ पर किया जाएगा।