प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान पर भारत के खिलाफ परोक्ष जंग छेड़ने का आरोप लगाये जाने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने आज मोदी के बयानों को बेबुनियाद करार दिया और कहा कि दोनों देशों को आरोप-प्रत्यारोप में उलझने के बजाय मुद्दों को सुलझाने पर ध्यान देना चाहिए।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा, सर्वोच्च राजनीतिक स्तर पर भारत की तरफ से आरोपों की प्रेस में आई खबरें बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं और खासतौर पर ऐसे समय में जब पाकिस्तान का नेतृत्व भारत के साथ अच्छे पड़ोसी के संबंध स्थापित करना चाहता है।
उन्होंने एक बयान में कहा, मई में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भारत यात्रा इसी भावना के साथ की गई थी और उसने द्विपक्षीय रिश्ते को नए सिरे से गति प्रदान की।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को लेह की अपनी यात्रा के दौरान सेना और वायु सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा था, हमारे पड़ोसी का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। उनमें जंग लड़ने की ताकत नहीं रही, लेकिन वे परोक्ष युद्ध का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस परोक्ष जंग में बेगुनाह लोग मारे जा रहे हैं।
मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने इसे 'बेबुनियाद' करार दिया। विदेश कार्यालय के वक्तव्य में कहा गया, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आतंकवाद के सिलसिले में बार-बार पाकिस्तान के खिलाफ बेबुनियाद बयान देने से जुड़ी खबरों के संदर्भ में प्रवक्ता ने कहा है कि पाकिस्तान ने लगातार हर तरह से आतंकवाद की निंदा की है।
प्रवक्ता ने इस ओर इशारा किया कि आतंकवाद के चलते अपने 55,000 नागरिकों को गंवा चुका पाकिस्तान इस समस्या का सबसे बड़ा शिकार है। प्रवक्ता ने कहा, हमारे सशस्त्र बल देश की सरहदों की हिफाजत के लिए और किसी तरह के हमले के खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, यह क्षेत्रीय शांति के व्यापक हित में होगा कि आरोप-प्रत्यारोप की बजाय दोनों देशों को बातचीत के माध्यम से सभी मुद्दों को सुलझाने पर ध्यान देना चाहिए और दोस्ताना तथा सहयोगात्मक रिश्तों को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
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