पाकिस्तान में पुलिस ने गुरुवार दोपहर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और 20 अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। सभी पर लाहौर में 17 जून को हुई पुलिस फायरिंग में संलिप्त रहने का आरोप है। फायरिंग में 14 प्रदर्शनकारी मारे गए थे। यह जानकारी मीडिया ने दी है।
खबरों के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ लाहौर उच्च न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज किया है। उच्च न्यायालय ने 26 अगस्त को निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा था। निचली अदालत ने शरीफ सहित 21 लोगों के खिलाफ हत्या के मामालों में आदेश जारी किया था।
लाहौर की एक सत्र अदालत ने पाकिस्तान आवामी तहरीक (पीएटी) की ओर से दायर मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस को शरीफ सहित 21 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है उनमें नवाज के छोटे भाई और पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ के अलावा संघीय और प्रांतीय सरकार के कुछ मंत्री, पुलिस अधिकारी और अन्य सरकारी अधिकारी शामिल हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पुलिस ने कांड संख्या 693/2014 में हत्या, हत्या का प्रयास और आतंकवाद के आरोपों को भी शामिल किया है।
पुलिस की फायरिंग में दो महिलाओं सहित 14 पार्टी कार्यकर्ता मारे गए थे और 84 अन्य घायल हुए थे। इसी वर्ष 17 जून को हो रहा प्रदर्शन लाहौर के मॉडल टाउन इलाके में हिंसक हो गया था।
घटना के तुरंत बाद ही प्रांतीय सरकार ने इसकी जांच के लिए एकल सदस्यीय आयोग का गठन किया था, लेकिन पीएटी ने आयोग का बहिष्कार करते हुए अदालत में मामला दायर कर दिया। पीएटी ने शरीफ सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी।
पुलिस ने यह मामला पीएटी के नेता ताहिर उल-कादरी द्वारा हजारों कार्यकर्ताओं के साथ 14 मार्च को निकाले गए जुलूस और बाद में इस्लामाबाद में शुरू हुए धरना के 14वें दिन दर्ज किया है।
प्रदर्शनकारी शरीफ बंधुओं से इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं और चुनाव प्रणाली में सुधार व गरीबों के कल्याण की मांग की है।
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