
पाक पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने मंगलवार को कहा कि जब अमेरिकी सुरक्षा बलों ने खतरनाक आतंकवादी ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) को 2011 में पाकिस्तान के अंदर मार गिराया, तब उन्हें इस घटना से बड़ी शर्मिंदगी महसूस हुई थी. यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (यूएसआईपी) में अपने संबोधन के दौरान इमरान ने कहा कि ओसामा बिन लादेन के मुद्दे पर अमेरिका, पाकिस्तान (Pakistan) पर विश्वास नहीं करता था. खान ने कहा, 'मैं आपको बता दूं कि जब ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिक पाकिस्तान से निकालकर ले गये, तब मुझे बड़ी शर्मिंदगी महसूस हुई थी.' एक सवाल के जवाब में खान ने कहा, 'मैंने इतनी शर्मिंदगी कभी महसूस नहीं की थी क्योंकि एक ऐसा देश जिसे हम अपना सहयोगी मानते हैं वह हम पर यकीन ही नहीं करता है.'
फर्जी वेबसाइट बनाकर सैकड़ों लोगों को चूना लगाने वाला शख्स पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार
बता दें कि अमेरिका की तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर आये इमरान खान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से सोमवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी. यह दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने की पहली बातचीत थी. उन्होंने बैठक को बहुत सफल बताया था जिससे द्विपक्षीय संबंधों को फिर से पटरी पर लाने में मदद मिली.
इसके अलावा इमरान खान के साथ एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने दावा किया था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पाकिस्तान के साथ कश्मीर विवाद में मध्यस्थता करने के लिए कहा था. हालांकि भारत ने इसके कुछ ही घंटों बाद ट्रंप के इस दावे को खारिज कर दिया था.
अफगानी सिंडिकेट से फिर बरामद हुई 200 करोड़ की हेरोइन, दो अफगानी नागरिक गिरफ्तार
दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाऊस में इमरान खान के साथ अपनी बैठक में सोमवार को कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, भारत ने ट्रंप के प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि नयी दिल्ली का यह रूख बरकरार है कि पाकिस्तान के साथ लंबित सभी मुद्दों पर सिर्फ द्विपक्षीय चर्चा होगी.(इनपुट:भाषा)
Video: सामने आए लादेन के राज, अमेरिका पर 9/11 से भी बड़े हमले की तैयारी में था
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं