पाकिस्तान में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ (फाइल फोटो)
लाहौर:
पाकिस्तान की भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने 14,000 करोड़ रुपए के आवास घोटाला मामले में शनिवार को विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ को 10 दिन की रिमांड पर भेजते हुए उन्हें देश की शीर्ष भ्रष्टाचार रोधी संस्था के हवाले कर दिया. शरीफ परिवार के लिए यह ताजा झटका है. पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पीएमएल-एन अध्यक्ष को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था. एनएबी ने कई अरब रुपये के भ्रष्टाचार मामले में शाहबाज की कथित संलिप्तता की जांच के लिए उनकी 15 दिन की हिरासत मांगी थी. शाहबाज (67) पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (68) के छोटे भाई हैं. तीन मामलों में वह भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष को एनएबी के लाहौर स्थित दफ्तर के अंदर बने उच्च सुरक्षा वाले हवालात में रखा गया है. भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच एक बख्तरबंद वाहन से वह अदालत पहुंचे थे. पीएमएल-एन के कार्यकर्ता काफी तादाद में अदालत के बाहर जमा हो गए और उन्होंने शरीफ भाइयों से ‘बदला’ लेने के इरादे से की गयी इस कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नारे लगाए.
जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश नजमुल हसन ने एनएबी के वकील की अर्जी को स्वीकारते हुए मामले में पूछताछ के लिए शाहबाज को 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया. शाहबाज पर अपने अधिकार के गलत इस्तेमाल का आरोप है. हालांकि, उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया और अदालत को बताया कि उन्होंने पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए अपने कार्यकाल के दौरान कई विकास परियोजनाओं में अरबों रुपये बचाये.
उन्होंने न्यायाधीश को इसे सियासी रूप से परेशान करने के मामले के तौर पर देखने का अनुरोध किया क्योंकि उनके खिलाफ एक रुपये का भी भ्रष्टाचार साबित नहीं हुआ है. शाहबाज 14 अरब रुपये के आशियाना हाउसिंग परियोजना और चार अरब रुपए के पंजाब साफ पानी कंपनी घोटालों में कथित रूप से भ्रष्टाचार में शामिल थे. नवाज शरीफ ने अपने भाई की गिरफ्तारी को सियासी रूप से परेशान करने का सबसे गंदा तरीका बताया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष को एनएबी के लाहौर स्थित दफ्तर के अंदर बने उच्च सुरक्षा वाले हवालात में रखा गया है. भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच एक बख्तरबंद वाहन से वह अदालत पहुंचे थे. पीएमएल-एन के कार्यकर्ता काफी तादाद में अदालत के बाहर जमा हो गए और उन्होंने शरीफ भाइयों से ‘बदला’ लेने के इरादे से की गयी इस कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नारे लगाए.
जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश नजमुल हसन ने एनएबी के वकील की अर्जी को स्वीकारते हुए मामले में पूछताछ के लिए शाहबाज को 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया. शाहबाज पर अपने अधिकार के गलत इस्तेमाल का आरोप है. हालांकि, उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया और अदालत को बताया कि उन्होंने पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए अपने कार्यकाल के दौरान कई विकास परियोजनाओं में अरबों रुपये बचाये.
उन्होंने न्यायाधीश को इसे सियासी रूप से परेशान करने के मामले के तौर पर देखने का अनुरोध किया क्योंकि उनके खिलाफ एक रुपये का भी भ्रष्टाचार साबित नहीं हुआ है. शाहबाज 14 अरब रुपये के आशियाना हाउसिंग परियोजना और चार अरब रुपए के पंजाब साफ पानी कंपनी घोटालों में कथित रूप से भ्रष्टाचार में शामिल थे. नवाज शरीफ ने अपने भाई की गिरफ्तारी को सियासी रूप से परेशान करने का सबसे गंदा तरीका बताया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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