
पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की सराहना की है. लाहौर में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक वीडियो चलाया. यह वीडियो स्लोवाकिया में आयोजित ब्रातिस्लावा फोरम का था. इसके साथ ही रूस से सस्ता तेल खरीदने पर अमेरिकी दबाव के सामने मजबूती से खड़े होने के लिए उनकी प्रशंसा की.
इमरान खान ने सभा में कहा, 'भारत जिसे पाकिस्तान के साथ ही आजादी मिली थी और वह अपने लोगों की जरूरत के हिसाब से अपनी विदेश नीति बना सकता है तो वे (प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ सरकार) लकीर के फकीर क्यों बने हुए हैं.'
पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने कहा, 'उन्होंने (अमेरिका ने) भारत को रूस से तेल नहीं खरीदने को कहा. भारत अमेरिका का रणनीतिक सहयोगी है, पाकिस्तान नहीं है. आइए, देखें कि भारत के विदेश मंत्री ने क्या कहा जब अमेरिका ने उनसे रूसी तेल नहीं खरीदने के लिए कहा.' इसके बाद इमरान खान ने विदेश मंत्री एस जयशंकर का वीडियो चलाया.
Pakistan में आने वाले हैं "बुरे दिन", वित्त मंत्री ने Imran Khan पर फोड़ा ठीकरा
भारत की तारीफ करते हुए इमरान खान ने कहा, 'जयशंकर उन्हें बता रहे हैं कि आप कौन हैं? जयशंकर ने कहा कि यूरोप रूस से गैस खरीद रहा है और हम इसे लोगों की जरूरत के अनुसार खरीदेंगे. यह होती है आजाद हुकूमत.' उन्होंने रूसी तेल खरीदने पर अमेरिकी दबाव के आगे झुकने के लिए शहबाज शरीफ सरकार की आलोचना भी की.
उन्होंने कहा, 'हमने सस्ता तेल खरीदने के बारे में रूस से बात की थी लेकिन इस सरकार में अमेरिकी दबाव को ना कहने का साहस नहीं है. ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं. मैं इस गुलामी के खिलाफ हूं.'
लाहौर रैली के दौरान दिखाया गया एस जयशंकर का वीडियो 3 जून का था. जब भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने पलटकर सवाल किया था, "क्या रूसी गैस खरीदना युद्ध के लिए फंडिंग नहीं है?" एस जयशंकर ने ये टिप्पणी स्लोवाकिया में हुई GLOBSEC 2022 ब्रातिस्लावा फोरम में की थी.
पाकिस्तान: इमरान खान को पीएम पद से हटाने के लिए क्या सच में हुई अमेरिकी साज़िश?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं