कोरोनावायरस के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा धार्मिक कार्यक्रमों में लोगों के जुटने पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद पाकिस्तान में जुमे की नमाज के लिए करीब 400 लोगों की भीड़ जुटाने पर पुलिस ने एक प्रमुख मस्जिद के मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पाकिस्तान में इस खतरनाक वायरस के कारण 2800 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि 40 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. 'डान' अखबार के मुताबिक सरकारी आदेश के उल्लंघन और जुमे की नमाज के लिए लोगों की भीड़ मस्जिद में जुटाने को लेकर लाल मस्जिद के पूर्व मौलवी मौलाना अब्दुल अजीज और छह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. खबर में रविवार को कहा गया कि मस्जिद में करीब 400 लोग जुटे थे. इसमें बताया गया कि मस्जिद के आसपास तैनात पुलिस अधिकारियों ने मौलवी को नमाज के लिये भीड़ जुटाने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी के बारे में जानकारी दी लेकिन उसने इनकी अनदेखी की. इसमें कहा गया कि अजीज पर लोगों में भय फैलाने और उन्हें सरकार के खिलाफ भड़काने का भी आरोप है. यह मामला शुक्रवार को दर्ज किया गया था हालांकि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
ऐसे ही एक मामले में सरकारी आदेश का उल्लंघन करने पर एक 'खतीब' (धार्मिक उपदेशक) को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि 'खतीब' और उसके दो सहयोगियों ने यहां बिलाल मस्जिद पर जुमे की नमाज के लिये 200 लोगों को इकट्ठा किया था. उन्होंने कहा कि दो सहयोगियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है जो फिलहाल फरार चल रहे हैं. राजधानी प्रशासन ने पुलिस से मस्जिदों से जुड़े उन लोगों के आंकड़े जुटाने को कहा है जो नमाज में भीड़ न जुटाने के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.
मार्च के अंत में घोषित किये गए प्रतिबंध के बाद से इसके उल्लंघन को लेकर इस्लामाबाद में अब तक कुल 121 मामले दर्ज किये गए हैं. पुलिस ने कहा कि सामाजिक और सार्वजनिक तौर पर इकट्ठे होने, दो पहिया वाहन पर पीछे सवारी बैठाने, यात्री वाहन चलाने और आवश्यक सामान की जमाखोरी समेत विभिन्न प्रतिबंधित गतिविधियों के उल्लंघन पर करीब 424 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. ये पाबंदियां कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिये लगाई गई हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं