
अपने मुल्क को आतंकवाद का प्रमुख केंद्र बताए जाने की बात को खारिज करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर के मुख्य मुद्दे सहित भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए अमेरिका से मदद की गुहार लगाई।
व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ अपनी बैठक से एक दिन पहले शरीफ ने कहा कि भारत के साथ अपने बढ़ते संबंधों को लेकर अमेरिका लंबित मुद्दों को हल करने की स्थिति में है।
कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी हस्तक्षेप के कदम को अमेरिका और भारत द्वारा खारिज किए जाने के बाद भी शरीफ ने ऐसे कदम उठाने पर जोर दिया है।
शरीफ ने थिंक टैंक यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पाकिस्तान को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का न तो स्रोत है न ही प्रमुख केंद्र, जैसा कि कभी-कभी आरोप लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके बजाय पाकिस्तान खुद ही एक दशक से अधिक समय से आतंकवाद से पीड़ित है। उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद और चरमपंथ है।
शरीफ की ये टिप्पणियां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान के बाद आई हैं जिसमें उन्होंने पिछले महीने ओबामा के साथ एक बैठक के दौरान कहा था कि भारत के पड़ोस में पाकिस्तान आतंकवाद की धुरी है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं