इस्लामाबाद:
सुन्नी चरमपंथियों के प्रतिबंधित समूह लश्कर ए झानवी द्वारा 29 शिया मुसलमानों को गोलियों से भून डालने की जिम्मेदारी लेने के एक दिन बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में इसके नेता मलिक इसहाक को गुरुवार को नजरबंद कर दिया गया। जिला पुलिस प्रमुख सोहैल जफर चट्ठा ने बताया कि हाल में अदालत के आदेशों पर लाहौर की एक जेल से रिहा किए गए इसहाक को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रहीम यार खान में 10 दिन के लिए नजरबंद कर दिया गया है। उसके घर पर पुलिस की एक टीम तैनात कर दी गई है। कुछ समाचार पत्रों की खबरों में कहा गया है कि पंजाब सरकार ने इसहाक को नजरबंद करने के आदेश इस कारण जारी किए क्योंकि वह शांति के लिए खतरा पैदा कर सकता है। यह कदम प्रतिबंधित लश्कर ए झानवी द्वारा बलूचिस्तान प्रांत के मस्तंग में 29 शिया मुसलमानों की हत्या की जिम्मेदारी लिए जाने के एक दिन बाद उठाया गया है। पंजाब सरकार के कानून प्रवर्तन विभाग द्वारा हाल में जारी एक दस्तावेज में कहा गया है कि इशाक पर 70 लोगों की हत्या में शामिल रहने का आरोप है जिनमें अधिकतर शिया थे। मलिक पर 2009 में श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर हुए हमले की साजिश रचने का भी आरोप है। वर्ष 2009 में श्रीलंका पाकिस्तान की टीमों के बीच दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन श्रीलंका के क्रिकेट खिलाड़ियों को लेकर जा रही बस पर लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम के समीप बंदूकधारियों ने गोली चलाई थी।