- नॉर्थ कोरिया के सर्वोच्च नौकरशाह में से एक, किम योंग नाम का 3 नवंबर को 97 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था
 - किम योंग नाम ने 1998 से 2019 तक सुप्रीम पीपुल्स असेंबली के प्रमुख के रूप में देश की सेवा की थी
 - नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अंतिम संस्कार स्थल का दौरा किया
 
नॉर्थ कोरिया से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के एक सर्वोच्च नौकरशाह किम योंग नाम का निधन हो गया है. नॉर्थ कोरिया की सत्ता पर कंट्रोल बनाए रखने वाले किम राजवंश के प्रति आजीवन निष्ठा ने उन्हें दो दशकों तक देश के औपचारिक राष्ट्राध्यक्ष के रूप में सेवा करने का अवसर दिया था. नॉर्थ कोरिया के सरकारी मीडिया ने मंगलवार को उनकी मौत की जानकारी दी.
‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' (KCNA) की रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया की ‘सुप्रीम पीपुल्स असेंबली' के प्रेसीडियम के पूर्व अध्यक्ष किम योंग नाम का सोमवार, 3 नवंबर को निधन हो गया. उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिसके कारण उनकी मृत्यु हुई. मौत के वक्त किम योंग 97 साल के थे. KCNA ने बताया कि नॉर्थ कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन ने अंतिम संस्कार स्थल पर जाकर किम योंग नाम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. किम योंग नाम का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को होगा.

पार्थिव शरीर को सम्मान देते किम जोंग उन (फोटो- एएफपी)
कौन थे किम योंग नाम
नॉर्थ कोरिया पर शासन करने वाले अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के किम जोंग उन से किम योंग नाम का कोई संबंध नहीं था. देश के संस्थापक किम इल सुंग के पोते किम जोंग उन ने 2011 में अपने पिता किम जोंग इल की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी.
किम योंग नाम ने 1998 से अप्रैल 2019 तक ‘सुप्रीम पीपुल्स असेंबली' के प्रमुख के रूप में कार्य किया. यह पद नॉर्थ कोरिया में नाममात्र के राष्ट्राध्यक्ष का पद है. हालांकि, असली शक्ति किम परिवार के पास है जिसने 1948 में इसकी औपचारिक स्थापना के बाद से नॉर्थ कोरिया पर शासन किया है. नॉर्थ कोरिया के प्रमुख राजकीय कार्यक्रमों में जबरदस्त भाषण देने के लिए पहचाने जाने वाले किम योंग नाम अकसर सरकारी मीडिया में किम जोंग उन और उनके दिवंगत पिता किम जोंग इल की ओर से विदेशी गणमान्य व्यक्तियों का अभिवादन करते दिखाई देते थे.
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