बीजिंग:
चीन की सेना ने अपनी सैन्य टुकड़ी द्वारा भारत की सीमा में घुसपैठ किए जाने की खबरों का गुरुवार को खंडन करते हुए कहा कि ये दावे तथ्यों से मेल नहीं खाते।
सरकारी सीसीटीवी पर चीन के रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा रक्षा टुकड़ी हमेशा चीन की सीमा में ही रही।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम चीन-भारत सीमा क्षेत्र में स्थिरता बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। कथित घुसपैठ के संबंध में भारतीय मीडिया में आई कुछ खबरें तथ्यों से मेल नहीं खातीं।’’
भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय के लिए संयुक्त कार्य समिति की नई दिल्ली में हुई बैठक पर आधारित रिपोर्ट के साथ ही यह टिप्पणी भी आई है।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की टुकड़ियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर घुसपैठ और इसपर बढ़ती भारत की चिंता की पृष्ठभूमि में 18 महीने पुरानी इस प्रक्रिया पर बैठक हुई है।
अप्रैल में लद्दाख क्षेत्र की देपसांग घाटी में तीन सप्ताह तक चले गतिरोध के बाद यह पहली बैठक है।
सरकारी सीसीटीवी पर चीन के रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा रक्षा टुकड़ी हमेशा चीन की सीमा में ही रही।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम चीन-भारत सीमा क्षेत्र में स्थिरता बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। कथित घुसपैठ के संबंध में भारतीय मीडिया में आई कुछ खबरें तथ्यों से मेल नहीं खातीं।’’
भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय के लिए संयुक्त कार्य समिति की नई दिल्ली में हुई बैठक पर आधारित रिपोर्ट के साथ ही यह टिप्पणी भी आई है।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की टुकड़ियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर घुसपैठ और इसपर बढ़ती भारत की चिंता की पृष्ठभूमि में 18 महीने पुरानी इस प्रक्रिया पर बैठक हुई है।
अप्रैल में लद्दाख क्षेत्र की देपसांग घाटी में तीन सप्ताह तक चले गतिरोध के बाद यह पहली बैठक है।
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