मौत की सजा पाए कैदी के गमजदा परिजन
जर्काता:
दुनियाभर में भारी विरोध के बावजूद इंडोनेशिया में मौत की सजा पाए एक इंडोनेशियाई सहित कुल नौ ड्रग तस्कर को किसी भी वक्त गोली मार कर खत्म कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि यह सजा आधी रात दी जा सकती है।
इन तस्करों की मिली इस सजा का जबर्दस्त विरोध हुआ था और विदेशियों के परिजनों ने दया की याचिका दायर की थी, लेकिन इंडोनेशियाई सरकार ने अपना इरादा नहीं बदला।
फांसी टलने की आखिरी उम्मीद खत्म होने के बाद मंगलवार को रोते-बिलखते परिजनों ने इंडोनेशिया की जेल में उन्हें आखिरी विदाई दी। ये ड्रग तस्कर ऑस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, ब्राजील, फिलीपींस और इंडोनेशिया के नागरिक हैं।
मंगलवार को फायरिंग रेंज में ले जाने से पहले ऑस्ट्रेलियन कैदी की मां राजी सुकुमारन ने रोते हुए कहा, 'मैं फिर कभी अपने बेटे को नहीं देख पाऊंगी।'
बेटे को मिली इस सज़ा के गम से बदहवास हुई सुकुमारन कहती है, 'वे उसे आज आधी रात ले जाएंगे और गोली मार देंगे। मेरी सरकार से गुहार है बेटे की जिंदगी बख्श दें। प्लीज़ आज उसे गोली नहीं मारें।'
इस बीच ऑस्ट्रेलियन कैदी मयूरन सुकुमार और एंड्रयू चैन की मौत की सजा टालने के लिए ऑस्ट्रेलिया में भी जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। सैकड़ों लोग ऑस्ट्रेलिया की सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए सड़कों पर उतरे हैं।
इंडोनेशियाई अधिकारियों ने यह तो नहीं बताया है कि इन कैदियों को किस समय गोली मारी जाएगी। हालांकि इस साल की शुरुआत में इसी तरह के ड्रग तस्करों को मिली सजा से पता चलता है कि उन्हें आधी रात को गोली मारी जाएगी।
कैदियों को गोली मारने से पहले खड़े होने या फिर घुटनों के बल बैठने का विकल्प दिया जाएगा। उनका सिर काले कपड़े से ढका होगा और हाथ-पैर बंधे होंगे। 12 निशानेबाजों को उनके दिल पर गोली मारने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन इसमें से सिर्फ तीन ही गोली चलाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि गोली मारने वालों की पहचान गुप्त रह सके।
इन तस्करों की मिली इस सजा का जबर्दस्त विरोध हुआ था और विदेशियों के परिजनों ने दया की याचिका दायर की थी, लेकिन इंडोनेशियाई सरकार ने अपना इरादा नहीं बदला।
फांसी टलने की आखिरी उम्मीद खत्म होने के बाद मंगलवार को रोते-बिलखते परिजनों ने इंडोनेशिया की जेल में उन्हें आखिरी विदाई दी। ये ड्रग तस्कर ऑस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, ब्राजील, फिलीपींस और इंडोनेशिया के नागरिक हैं।
मंगलवार को फायरिंग रेंज में ले जाने से पहले ऑस्ट्रेलियन कैदी की मां राजी सुकुमारन ने रोते हुए कहा, 'मैं फिर कभी अपने बेटे को नहीं देख पाऊंगी।'
बेटे को मिली इस सज़ा के गम से बदहवास हुई सुकुमारन कहती है, 'वे उसे आज आधी रात ले जाएंगे और गोली मार देंगे। मेरी सरकार से गुहार है बेटे की जिंदगी बख्श दें। प्लीज़ आज उसे गोली नहीं मारें।'
इस बीच ऑस्ट्रेलियन कैदी मयूरन सुकुमार और एंड्रयू चैन की मौत की सजा टालने के लिए ऑस्ट्रेलिया में भी जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। सैकड़ों लोग ऑस्ट्रेलिया की सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए सड़कों पर उतरे हैं।
इंडोनेशियाई अधिकारियों ने यह तो नहीं बताया है कि इन कैदियों को किस समय गोली मारी जाएगी। हालांकि इस साल की शुरुआत में इसी तरह के ड्रग तस्करों को मिली सजा से पता चलता है कि उन्हें आधी रात को गोली मारी जाएगी।
कैदियों को गोली मारने से पहले खड़े होने या फिर घुटनों के बल बैठने का विकल्प दिया जाएगा। उनका सिर काले कपड़े से ढका होगा और हाथ-पैर बंधे होंगे। 12 निशानेबाजों को उनके दिल पर गोली मारने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन इसमें से सिर्फ तीन ही गोली चलाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि गोली मारने वालों की पहचान गुप्त रह सके।
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